यहां विद्रोहियों ने प्लेन फूंका और पायलट को कर लिया किडनैप, जानें आगे

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जकार्ता हैरान कर देने वाली खबर जकार्ता से आयी है। यहां इंडोनेशिया के विद्रोहियों ने एक हफ्ते पहले न्यूजीलैंड के एक पायलट को किडनैप किया था। इस किडनैपिंग के कुछ दिनों बाद अशांत पापुआ प्रांत से अलगाववादी समूह द्वारा तस्वीरें और वीडियो जारी किए गए हैं। इनका मकसद यह दिखाना है कि पायलट अभी जिंदा है। 

फ्री पापुआ मूवमेंट की आर्मी विंग-वेस्ट पापुआ लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने कथित तौर पर पिछले हफ्ते क्राइस्टचर्च के पायलट फिलिप मार्क मेहरटेन्स का अपहरण कर लिया था। मेहरटेंस इंडोनेशियाई विमानन कंपनी सूसी एयर के लिए काम करते हैं। वे 15 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स को लेने गए थे। ये वर्कर्स दूरस्थ नडुगा जिले में एक हेल्थ सेंटर के निर्माण में जुटे थे, जहां विद्रोहियों का खतरा बढ़ गया था।

इंडोनेशिया के पापुआ प्रांत में विद्रोहियों ने बंधक बनाए जाने के बाद न्यूजीलैंड के पायलट की तस्वीर जारी की हैं। विद्रोहियों का कहना है कि फिलिप मार्क मेहरटेन्स को तब तक नुकसान नहीं होगा, जब तक कि इंडोनेशिया द्वारा सशस्त्र हस्तक्षेप नहीं किया जाता। हालांकि सरकार ने बातचीत विफल होने पर अन्य प्रयासों से इंकार नहीं किया है।

फिलिप मार्क मेहरटेन्स को पिछले हफ्ते पश्चिम पापुआ लिबरेशन आर्मी द्वारा किडनैप किया गया था। लड़ाकों ने उनके विमान पर धावा बोल दिया था। जिला प्रमुख नामिया ग्विजांगगे ने कहा कि मजदूरों को निकालने की उनकी योजना ने विद्रोहियों को नाराज कर दिया था। विद्रोहियों ने विमान में आग लगा दी थी।

विमान के उतरने के समय उसमें सवार पांच लोगों में से नामिया एक थे। विद्रोही प्रवक्ता सेब्बी साम्बोम ने कहा कि यात्रियों को रिहा कर दिया गया, क्योंकि वे स्वदेशी पापुअन हैं। हालांकि मेहरटेन्स क्राइस्टचर्च से हैं, लेकिन वे इंडोनेशियाई फर्म सूसी एयर के लिए काम करते हैं, इसलिए उन्हें पकड़ लिया गया।

14 फरवरी को जारी तस्वीरों और वीडियो में बंदूक, भाले और धनुष-बाण लिए जंगल में विद्रोहियों ने एक इंजन वाले विमान को जलाते दिखाया था। पायलट उनके बीच खड़ा था। बागी नेता एगियानस कोगोया ने एक वीडियो में कहा, “मैंने उन्हें पापुआ की आज़ादी के लिए बंधक बनाया था, खाने या पीने के लिए नहीं। “जब तक इंडोनेशिया हवा या जमीन पर अपने हथियारों का उपयोग नहीं करता, तब तक वह मेरे साथ सुरक्षित रहेगा।” यानी विद्रोहियों ने हमला न करने की चेतावनी दी है।

इंडोनेशिया के राजनीतिक, सुरक्षा और कानूनी मामलों के मंत्री मोहम्मद महफूद ने कहा, “पापुआ हमेशा इंडोनेशिया गणराज्य के एकात्मक राज्य का एक वैध हिस्सा बना रहेगा।”  न्यूजीलैंड के विदेश मामलों के विभाग ने कहा कि वह तस्वीरों और वीडियो से वाकिफ है, लेकिन वह कोई टिप्पणी नहीं करेगा।

निर्माण श्रमिकों, जो इंडोनेशिया के अन्य हिस्सों से थे, को सुरक्षा बलों द्वारा 8 फरवरी को एक पुजारी के घर में शरण लेने के बाद बचाया गया था, जब विद्रोहियों ने उन्हें धमकी दी थी। पापुआ में अलगाववादी अक्सर मानते हैं कि बाहरी लोग सरकार के लिए जासूस हैं।

प्रांत देश के सुदूर पूर्व में एक गरीब क्षेत्र है और पापुआ न्यू गिनी के साथ एक सीमा शेयर करता है। 1969 के एक विवादास्पद वोट में यह इंडोनेशिया का हिस्सा बन गया और स्वदेशी लोगों और सुरक्षा बलों के बीच लगातार संघर्ष के बाद से अब तक विद्रोह जारी है।