भाजपा को 2024 में गद्दी से उतार फेंकने के लिए व्यापक एकजुटता का आह्वान

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  • भाकपा-माले का ‘संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ’ राष्ट्रीय कन्वेंशन का आयोजन

पटना। भाकपा-माले के 11वें महाधिवेशन के अवसर पर पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में ‘संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ’ राष्ट्रीय कन्वेंशन का आयोजन 18 फरवरी को किया गया। इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व विदेश मंत्री व कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, संसद सदस्य और विदुथलाई चिरुथिगल काची (लिबरेशन पैंथर्स पार्टी, तमिलनाडु) के नेता थोल. थिरुमावलवन सहित कई नेताओं ने हिस्सा लिया।

देश को एक बड़ा संदेश

माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज जब संविधान और लोकतंत्र की बुनियाद खतरे में है, तब हम सबको देश को बचाने के लिए एक बहुत निर्णायक लड़ाई लड़नी होगी। इसके लिए व्यापक एकजुटता कायम करनी होगी। पहले दौर का आपातकाल आज के आपातकाल के सामने कुछ भी नहीं था। उस आपातकाल के दौरान बिहार से एक आवाज निकली थी। आज का आपातकाल स्थाई आपातकाल है। आजादी के समय ही आरएसएस ने कहा था कि भारत का संविधान मनुस्मृति है। आज संविधान को सामने रखकर पूरे देश को तहस-नहस किया जा रहा है। हमारे सारे अधिकारों को हड़पा जा रहा है। नागरिकों की परिभाषा को बदलकर प्रजा में तब्दील किया जा रहा है। यह कन्वेंशन 2024 के लिए देश को एक बड़ा संदेश देगा।

नया इतिहास बनाने की कोशिश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ने कहा कि साल भर पहले भाजपा से अलग होने की बात हमारी पार्टी में चल रही थी। अंततः हम उनसे अलग हो गए। हम सब मिलकर आज काम कर रहे हैं। भाजपा से अलग होने पर सभी ने स्वागत किया। अब अधिक से अधिक पार्टियों को एकजुट करके लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, तभी भाजपा से देश को मुक्ति मिलेगी।

नीतीश ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में इनलोगों की कोई भूमिका नहीं थी, लेकिन आज आजादी की लड़ाई को भुनाने का प्रयास कर रहे हैं। नया इतिहास बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आजादी के बाद देश दो भागों में बंट गया, लेकिन देश में विभिन्न धर्मों को मानने वालों में लंबे समय से एकता रही है। हम सबको इस एकता को और मजबूत करना है।

रोड मैप तैयार करके एकजुट हो

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि मोदी पर नहीं मुद्दे पर बातचीत होनी चाहिए। बीजेपी माइंड सेट की मीडिया मुद्दा भटकाने का प्रयास करते रहती है। भाजपा-आरएसएस नफरत फैलाने व देश को बांटने का ही काम करते हैं। जो भाजपा के साथ है, वह हरिश्चंद्र हो जाता है। हम सभी को एकजुट होकर लड़ना है। अपने -अपने तरीके की लड़ाई को छोड़कर एक रोड मैप तैयार करके एकजुट होने का काम करना होगा। कांग्रेस से जल्द ही निर्णय लेने की उम्मीद जताई।

एकता के संदेश को आगे बढ़ाएंगे

पूर्व विदेश मंत्री व कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने नीतीश कुमार के बिहार मॉडल की चर्चा हर जगह होनी चाहिए। हम भी वही चाहते हैं जो आप चाहते हैं, मामला बस इतना है कि पहले ‘आई लव यू’ कौन बोलेगा। उन्होंने कहा कि फासिस्ट शक्तियों में दिलेरी नहीं है। जरा सा बिहार के शेर दहाड़ेंगे तो ये बिलों में घुस जायेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे एकता के संदेश को आगे बढ़ाएंगे। कांग्रेस भी विपक्षी एकता बनाने के लिए भी तैयार है।

मंच पर इनकी मौजूदगी

भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने अतिथियों का स्वागत किया। मंच पर माले राज्य सचिव कुणाल, ऐपवा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रति राव, असम की चर्चित महिला नेत्री प्रतिमा इंगपी, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, कांग्रेस विधायक शकील अहमद, माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, सत्यदेव राम, विनोद सिंह, धीरेन्द्र झा, संदीप सौरभ आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य का. राजाराम सिंह ने कि‍या।

झलकियां

1. राष्ट्रीय कन्वेंशन की शुरूआत सांस्कृतिक टीमों द्वारा मशहूर शायर फैज अहमद फैज की मशहूर नज्म ‘ हम देखेंगे’ के गायन से हुई।

2. बिहार में किसान आंदोलन के महान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती के जन्म दिन पर कन्वेंशन में उन्हें याद किया गया।

3. कार्यक्रम के दौरान महागठबंधन जिंदाबाद, फासीवाद हो बर्बाद आदि नारे लगातार गुंजते रहे।