पंजाब। बड़ी खबर पंजाब से आ रही है। यहां सरकार बने अभी कुछ ही माह हुए हैं। आम आदमी पार्टी का चेहरा उजागर होता जा रहा है। एक के बाद एक गिरफ्तारियां। पंजाब के बठिंडा से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमित रतन कोटफत्ता को विजिलेंस ने 4 लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ा है।
कोटफत्ता बठिंडा के सर्किट हाउस पहुंचे थे। गांव घुद्दा की महिला सरपंच के पति से पंचायत का बिल पास करने के बदले विधायक के PA रेशम सिंह ने यह रिश्वत ली थी। विजिलेंस टीम ने दोनों को ट्रैप कर अरेस्ट कर लिया। पैसे विधायक की गाड़ी से बरामद हुए हैं।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक गांव घुद्दा की सरपंच सीमा रानी की पंचायत के पैसे और ग्रांट फंसी हुई थी। जिसको लेकर विधायक के PA रेशम सिंह ने उनसे 4 लाख की रिश्वत मांगी थी। नियम के मुताबिक ब्लॉक डेवलपमेंट पंचायत अफसर यह राशि रिलीज करता था, लेकिन विधायक के कथित दबाव की वजह से वह पैसे नहीं दे रहा था।
जानकारी के मुताबिक PA रेशम सिंह ने रिश्वत की रकम लेकर गाड़ी में रख ली। उस वक्त विधायक कोटफत्ता गाड़ी से उतरकर कुछ लोगों से बातचीत कर रहे थे। विजिलेंस ने DSP संदीप सिंह की अगुआई में यह कार्रवाई की। गिरफ्तारी के दौरान PA रेशम सिंह ने भागने की भी कोशिश की। हालांकि उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद विधायक को भी टीम ने हिरासत में ले लिया।
इस बारे में सरपंच सीमा रानी के पति प्रितपाल कुमार ने कहा कि बीडीपीओ दफ्तर वाले हमें 4 साल से तंग कर रहे थे। हमने कभी इनको हिस्सा नहीं दिया था। इसके बाद हमने बठिंडा देहाती के विधायक अमित रतन कोटफत्ता को बताया। हमने काम करवा रखे हैं, लेकिन रुपए पेंडिंग हैं।
विधायक के पूछने पर बताया कि 25 लाख पेंडिंग हैं। दिवाली से पहले की बात है। इस पर विधायक ने पूछा कि हमें क्या दोगे? हमने कहा कि आज तक किसी को पैसे नहीं दिए। विधायक ने कहा कि ऐसा नहीं है, पैसा रिलीज करवाना है, काम करना है। गांव में तेरी इज्जत बनवानी है। तू जो मर्जी आगे लगाना।
मैंने कहा कि काम पर पैसे तो पूरे लगाएंगे और आपको अपनी जेब से दे देंगे। इस पर विधायक ने 5 लाख में पूरी पेमेंट रिलीज करवाने का सौदा कर लिया। इसके बाद परेशान कर 7-8 लाख की पेमेंट करवा दी। अब पेमेंट आई तो इन्होंने कहा कि हमारे पैसे दो। हमने कहा कि अभी पूरे पैसे नहीं मिले, तो इन्होंने कहा कि हमें तो अभी पैसे दो। आज इन्होंने मुझसे ही पैसे लिए।
यहां बता दें कि पंजाब में आम आदमी पार्टी को सत्ता मिलने के 11 महीनों में 2 मंत्री भ्रष्टाचार के केस में कुर्सी गंवा चुके हैं। पहले हेल्थ मिनिस्टर विजय सिंगला को बर्खास्त किया गया। उन पर ठेकेदार से काम के बदले कमीशन मांगने के आरोप लगे। CM भगवंत मान ने खुद उनकी बर्खास्तगी का खुलासा किया।
इसके बाद दूसरे मंत्री फौजा सिंह सरारी का रिश्वत की सेटिंग का मामला सामने आया। जिसमें वह किसी से बात करते हुए पैसे लेने के बारे में प्लानिंग कर रहे थे। इसकी शिकायत भी पार्टी के भीतर पहुंची। हालांकि आरोप और कॉल रिकॉर्डिंग के बारे में पार्टी ने कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया।