रांची। झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ की ऑनलाइन मीटिंग साबिर अहमद की अध्यक्षता में हुई। केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने बैठक की अध्यक्षता की। इसमें रांची, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, लोहरदगा, चतरा, गुमला, हजारीबाग, बोकारो, गढ़वा जिला से शिक्षक शामिल हुए।
अमीन अहमद ने बताया कि 21 जनवरी को झारखंड प्रदेश शिक्षक संयुक्त मोर्चा के बैनर में विभिन्न मांगों के समर्थन में राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया जाना है। इसमें झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ भी शामिल है। धरना में सभी जिलों से संघीय सदस्यों की शिरकत पर जोर दिया गया।
सभी जिलों के प्रतिनिधियों की ओर से धरना में भागीदारी पर सहमति जताई गई। लोहरदगा जिला की ओर से तैयारी के संदर्भ में बताया गया कि तीन बसें रिजर्व कर ली गई हैं। संघ के सदस्य रांची जाकर धरना कार्यक्रम में शामिल होंगे। सभी जिलों से बैनर लगाकर वाहनों को रांची ले जाने का निर्णय लिया गया। तय किया गया कि सभी जिलों में मीटिंग कर अधिक से अधिक शिक्षकों को धरना में शामिल कराने के लिए तैयार किया जाएगा।
अमीन अहमद ने बताया कि संघ के प्रयास से योजना मद के 701 शिक्षकों को गैर योजना मद में शामिल करने का प्रारूप शिक्षा विभाग ने तैयार कर मंत्री परिषद के सुपुर्द कर दिया है। मंत्री परिषद से स्वीकृति मिलते ही वित्त विभाग में संचिका भेज दी जाएगी। निकट भविष्य में सभी 701 शिक्षक गैर योजना मद में शामिल कर लिये जायेंगे।
बैठक में तय हुआ कि धरना कार्यक्रम और संघ का संचालन के लिए कोष इकट्टा करना है। केंद्रीय कमेटी के बैंक खाता में सहयोग राशि जमा की जाएगी।
केंद्रीय कमेटी के महासचिव द्वारा उर्दू विद्यार्थियों के हित में किये गये प्रयास को सराहा गया। आठवां बोर्ड परीक्षा और अद्धवार्षिक परीक्षा में उर्दू विषय को शामिल कराने और शिक्षको को गैर योजना मद में शामिल कराने की कोशिश को सराहा गया।
मीटिंग में निर्णय लिया गया कि झारखंड प्रदेश शिक्षक संयुक्त मोर्चा की मांगों के साथ उर्दू शिक्षक संघ की ओर से तीन प्रमुख मांगों को भी शामिल किया जाएगा। इनमें 4401 उर्दू शिक्षकों के स्वीकृत पद पर शेष शिक्षकों की नियुक्ति, उर्दू स्कूलों में सभी विषयों की पुस्तक उर्दू लिपि में और उर्दू के जानकारी शिक्षकों को उर्दू स्कूलों में ही पदस्थापित करना शामिल की जाएगी।
बैठक में अमीन अहमद, एनामुल् हक़, मोहम्मद नसीमुद्दीन, डॉ यासमीन जहां, शमशेर आलम, अब्दुल गफ्फार, साबिर अहमद, रूबी तरन्नुम, शाहिद अनवर, फैजयाब आलम, अब्दुस्सत्तार अंसारी, तौहीद आलम, मो फखरुद्दीन, मकसूद जफर हादी, गुलाम अहमद, शहाबुद्दीन अंसारी, राकिम अहसन, असरार अहमद, नवाजिश रजा आदि शामिल हुए।