खूंटी। जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत 4 दिसंबर को मुरहू की कोड़ाकेल पंचायत अंतर्गत इंदिरा कॉलोनी में दो और कर्रा के कसीरा गांव में एक बोरीबांध बनाया गया। इंदिरा कॉलोनी में 100 से ज्यादा और कसीरा में 55 ग्रामीणों ने जल संरक्षण के लिए बोरीबांध बनाने में श्रमदान किया।
कोड़ाकेल की मुखिया मरियम होरो ने भी ग्रामीणों ने श्रमदान किया। जिले में अभियान के तहत बोरीबांध का निर्माण जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी और ग्रामसभाओं के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
सुशील सोय ने बताया कि पूर्व में इंदिरा काॅलोनी के सारे बोरिंग और कुंआ गर्मी के दिनों में सूख जाते थे। लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ती थी। पिछले तीन सालों से जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत यहां मदईत (श्रमदान) से बारीबांध का निर्माण कराया जा रहा है। इससे कॉलोनी के लगभग 400 लोगों और कस्तूबा गांधी आवासीय विद्यालय की 450 छात्राओं को पानी के परेशानी नहीं झेलनी पड़ती है।
सुशील सोय ने कहा कि मदईत से बोरीबांध बनाने के बाद संपूर्ण कॉलनीवासी एक साथ भोजन करते हैं। यह एक तरह कॉलोनी का सामूहिक पिकनिक हो जाता है। इससे आपसी प्रेम और भाईचारगी को भी बढ़ावा मिलता है।
उधर, कर्रा सदर पंचायत के कसीरा गांव में ग्रामीणों ने मदईत (श्रमदान) से बारीबांध का निर्माण किया। गांव के चंदा पाहन के अनुसार अभी कसीरा नाले पर दो और बोरीबांध बनाए जाएंगे। इसके बाद लगभग 25 एकड़ भूमि में लोग तरबूज, सब्जी, स्वीटकॉर्न आदि की खेती करेंगे। कसीरा में भी बोरीबांध बनने के बाद कसीरा नाले के किनारे ही भोजन पकाकर सभी ग्रामीणों ने एक साथ भोजन किया।
कसीरा में श्रमदान करने वालों में चंदा पाहन, शंको पाहन, बसंत पाहन, चुनियास पाहन, मानुएल मुंडा, बंधना मुंडा, लक्ष्मण मुंडा, बुधुवा पाहन, महादेव पाहन, जेंगा हेरेंज, मंगरा हेरेंज, ठाकूर हेरेंज, कुंवर संगा भी शामिल हैं।