प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। पेंशन चालू कराने अफसरों के सामने ‘मुर्दा’ हाजिर हो गया। यह घटना गोमिया प्रखंड अंतर्गत होसिर मध्य विद्यालय मैदान में लगे आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में घटी। शिविर शुक्रवार को होसिर पूर्वी एवं होसिर पश्चिमी पंचायत के ग्रामीणों के लिए लगाया गया था। वहां 64 वर्षीय वृद्ध घमु प्रजापति पहुंचा। वह कार्यक्रम में आये अफसरों को अपने जिंदा होने का सबूत देने लगा।
वृद्ध ने पदाधिकारियों से कहा कि साहब मैं तो जिंदा हूं। फिर सरकारी दस्तावेजों में मुझे मृत घोषित करके मेरी पेंशन क्यों रोक दी गई है। इस संबंध में अफसरों ने वृद्ध को आश्वासन देते हुए कहा कि आप नए सिरे से पेंशन के लिए आवेदन दें। पेंशन चालू हो जाएगी।
मालूम हो कि होसिर पश्चिमी पंचायत के 64 वर्षीय निवासी घमु प्रजापति को वृद्धा पेंशन मिलती थी। विगत कई महीने से इन्हें पेंशन मिलनी बंद हो गई। इस बारे में जब वृद्ध ने छानबीन की, तब उन्हें पता चला कि सरकारी दस्तावेजों में उसे मृत घोषित कर उनकी पेंशन बंद कर दी गई है।
यह जानकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। होसिर में लगे सरकारी शिविर के माध्यम से अपने को जिंदा होने का सबूत पदाधिकारियों को देते हुए वह नजर आए।
इस संबंध में गोमिया विधायक डॉ लम्बोदर महतो ने कहा है कि ये सिर्फ एक ही मामला नहीं है। इस तरह के हजारों मामले गोमिया विधानसभा क्षेत्र में है। जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित कर उनकी वृद्धा एवं विधवा पेंशन बंद कर दी गई है।
विधायक ने कहा कि सरकार एवं जिला प्रशासन इसका शीघ्र संज्ञान ले। इसपर त्वरित गति से इसका संशोधन करें, जिससे पुनः ऐसे लाचार व्यक्तियों की पेंशन चालू हो सके।