हेमंत वर्मा
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़)। दीपावली प्रकाश का पर्व है। हालांकि राजनांदगांव जिले के करीब 790 सचिव परिवार की दिवाली इस बार अंधेरे में बीतेगी। उन्हें दो माह से वेतन नहीं मिला है। इससे वे कर्ज लेकर त्योहार मानने को मजबूर हैं।
संघ के जिलाध्यक्ष रामदुलार साहू ने बताया कि सरकार द्वारा अन्य कर्मचारियों को दीपावली पर्व के लिए अग्रिम वेतन भुगतान किया गया है। हालांकि सचिवों के साथ भेदभाव करते हुए इस माह का वेतन तो दूर की बात है। पिछले माह का वेतन तक जारी नहीं हुआ है। सचिव संघ द्वारा उच्च अधिकारियों को 18 अक्टूबर को ही ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है।
साहू ने कहा कि सचिव राज्य और केंद्र की हर छोटी-बड़ी महत्वाकांक्षी योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वित कर रहे हैं। त्योहार के समय भी ड्यूटी करते है। जब सचिवों को सुविधाएं देने की बात आती है, तब शासन से लेकर प्रशासन तक सब चुप्पी साध लेते हैं।
दीपावली जैसे प्रमुख त्योहार में वेतन का नहीं मिलना बहुत ही निंदनीय है।
जानकारी के अनुसार सचिवों का वेतन ट्रेजरी से पास हो चुका था। विभाग के बाबुओं ने उसे दबाकर रखा था। पंचायत विभाग के निचले स्तर के कर्मचारियों को सब चीज के लिए बाबुओं को चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है। चाहे वह वेतन हो, एरियर्स राशि हो या अन्य कोई फाइल पास कराना हो।
जिलाध्यक्ष रामदुलार साहू ने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो वे मजबूरन शासन के समस्त कार्यों का बहिष्कार किया जाएगा।