- प्रबंधन के रवैए से नाराज थे परिजन और ग्रामीण
रांची। बीएयू के सॉइल साइंस डिपार्टमेंट में कार्यरत सत्यनारायण मुंडा के शव के साथ ग्रामीणों ने 26 अक्टूबर को विवि मुख्यालय का घेराव किया। ग्रामीणों ने बताया कि पिता छेदी मुंडा की मौत के बाद सत्यनारायण को अनुंकपा के आधार पर नौकरी मिली थी। वर्ष, 2020 में सत्यनारायण एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
घटना के बाद से उसे वेतन नहीं मिल रहा था। घायल की बहन लगातार विभाग के अध्यक्ष डॉ डीके शाही व अन्य कर्मचारियों से मिलकर बकाया वेतन और मां की पारिवारिक पेंशन के लिए दौड़ लगा रही थी। छेदी की मौत के बाद उनकी पत्नी को पारिवारिक पेंशन भी नहीं मिल रही थी। पैसे के आभाव में सर्जरी नहीं कराने के कारण घायल सत्यनारायण की मौत बुधवार को हो गई।
कुलपति डॉ ओएन सिंह ने वार्ता में पहुंचे सरना समिति के अध्यक्ष रंजीत टोप्पो, युवा कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जमील अख्तर व अन्य ग्रामीणों को आश्वसन दिया कि मृतक के परिजनों को नियमानुसार सभी लाभ मिलेगा। वहीं जिस अघिकारी व कर्मचारी की वजह से घायल की मौत हुई है, उसपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिजन को कुलपति ने शव के अंतिम संस्कार के लिए तीन हजार रुपये का मुआवजा दिया।