- स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र और मेडल के साथ मिलेंगे एक-एक लाख रुपये
रांची। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की इकाई राष्ट्रीय सेवा योजना हर साल राष्ट्रीय एनएसएस अवार्ड दिया जाता है। यह अवार्ड राष्ट्रपति के हाथों नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में दिया जाता है।
प्रत्येक वर्ष पूरे देश में एनएसएस के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 30 स्वयंसेवकों का चयन इस अवार्ड के लिए किया जाता है। चयन का आधार महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर चयन समिति के माध्यम से किया जाता है।
वर्ष 2020-21 के एनएसएस अवार्ड के लिए झारखंड के 2 एनएसएस के स्वयंसेवक का चयन किया गया है। इसमें फलक फातिमा (रांची विश्वविद्यालय) और निखिल कामती (कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा) शामिल हैं।
दोनों स्वयंसेवक 21 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली जायेंगे। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के हाथों 24 सितंबर 2022 को सम्मानित होंगे। इसके अंतर्गत इनको 1-1 लाख रुपये, स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र एवं मेडल दिया जाएगा।
एनएसएस झारखंड के राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि रांची विश्वविद्यालय में पहली बार एनएसएस में राष्ट्रीय एनएसएस अवार्ड का खाता खुला है। फलक फातिमा को अवार्ड मिलने की खबर मिलने के बाद पूरा रांची विश्वविद्यालय परिवार गौरवांवित महसूस कर रहा है।
रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि आज का दिन पूरे रांची विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने फलक फातिमा को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आरयू की प्रतिकुलपति डॉ कामिनी कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा, कुलसचिव डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, डीआर डॉ प्रीतम कुमार, डॉ स्मृति सिंह सहित सभी पदाधिकारियों ने फलक की इस उपलब्धि पर बधाई दी।