डॉ मतीउर रहमान पर हुए हमले के विरुद्ध शिक्षकों में आक्रोश, किया प्रदर्शन

झारखंड
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रांची। झारखंड की राजधानी रांची स्थित डोरंडा कॉलेज में शिक्षक डॉ मतीउर रहमान पर कैम्पस के भीतर हुए हमले को लेकर रांची विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने 10 सितंबर को प्रदर्शन किया। डोरंडा महाविद्यालय शिक्षक संघ के तत्वावधान में एक दिवसीय धरना सह आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन हुआ। इसमें आरयू के कई महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के विभागों के प्राध्यापक शामिल हुए।

प्रदर्शन का मुख्य केंद्र डोरंडा कॉलेज रहा। डोरंडा कॉलेज शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉ रजनी टोप्पो के आह्वान पर शहर के लगभग डेढ़ सौ शिक्षकों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन में डॉ राजकुमार, डॉ रजनी टोप्पो, डॉ मंजू मिंज, डॉ कंजीव लोचन, डॉ अमित प्रणय डेमटा, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ नीलिमा जायसवाल, डॉ मलय भारती, डॉ जेबा, डॉ असलम, डॉ शिल्पी सिंह, कंचन मुंडा, डॉ अशोक सिंह, डॉ सविता मिश्रा, डॉ सीमा प्रसाद, डॉ एस के झा आदि सम्मिलित रहे।

कंजीव लोचन ने कहा कि 5 सितंबर के शिक्षक दिवस मनाने के चंद ही घंटें बाद शिक्षक पर हमला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। अपना कर्तव्य करते हुए मतीउर रहमान पर हुआ यह हमला  किसी एक शिक्षक पर नहीं, बल्कि पूरी शिक्षा जगत पर है। समाज के स्तर पर हमें इन घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिये सचेत रहना होगा। शिक्षा के मंदिरों को हर हाल में बचाना होगा।

धरना स्थल पर आये कॉलेज के प्राचार्य डॉ बीपी सिन्हा ने कहा कि कॉलेज प्रशासन शिक्षकों के साथ है। कॉलेज कैम्पस की सुरक्षा के चाक चौबंद उपाय किये जा रहे हैं।

डॉ राजकुमार ने कहा कि डोरंडा कॉलेज की इस लड़ाई को पूरे राज्य स्तर पर विस्तार दिया जाएगा।

धरना प्रदर्शन और आक्रोश रैली का संचालन डॉ ब्रजेश कुमार ने किया। धरना स्थल पर कार्यक्रम के बाद डोरंडा कॉलेज शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन तैयार किया।

अलबर्ट एक्का की मूर्ति को नमन करते हुए विवि मुख्यालय पहुंचे। कुलपति को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने यह संकल्प लिया है कि कैम्पस में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हुआ तो प्रतिरोध प्रदर्शन एक सप्ताह तक जारी रहेगा। जब तक मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा।