- आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक बुलाई सीएम ने
रांची। झारखंड के कई जिले सूखे से जूझ रहे हैं। वहां सामान्य से कम बारिश हुई है। इसके कारण धान का रोपा भी अपेक्षकृत कम हुआ है। सूखे की जमीनी हकीकत जानने के लिए कृषि विभाग की टीम ने कई जिलों का दौरा किया। सर्वे के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है।
आज आपदा प्रबंधन की बैठक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आज यानी 12 सितंबर को दोपहर 1 बजे से झारखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक हो रही है। इसमें कृषि विभाग की रिपोर्ट पेश की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार राहत का ऐलान कर सकती है।
आठ जिलों का किया दौरा
राज्य के आठ जिलों में टीम गई थी। इसमें पलामू, गढ़वा, गोड्डा, साहिबगंज, दुमका, देवघर, पाकुड़ और जामताड़ा शामिल हैं। सर्वे के मुताबिक अभी राज्य के 98 प्रखंड मध्यम और 145 प्रखंड गंभीर सूखे की जद में हैं।
रोपा-उत्पादन की स्थिति
कृषि विभाग के मुताबिक वर्ष 2021-22 में राज्य में करीब 23.48 लाख हेक्टयर में विभिन्न फसलों का रोपा हुआ था। खाद्यान्न उत्पादन 55.78 लाख टन था।
वर्ष 2022-23 में 8.84 लाख हेक्टेयर में विभिन्न फसलों का रोपा हुआ है। यह पिछले साल की तुलना में 62 फीसदी कम है। खाद्यान्न उत्पादन 10.50 लाख टन होने की उम्मीद है। इसमें 81 फीसदी की गिरावट आने की आशंका है।
जिलावार गंभीर सूखे के प्रखंड
जामताड़ा : 6
पाकुड़ : 6
साहिबगंज : 9
पलामू : 21
गोड्डा : 9
देवघर : 10
दुमका : 10
गढ़वा : 20