- मुआवजे की मांग को लेकर एक महीने से फोरलेन निर्माण का काम बंद
अरविंद अग्रवाल
छतरपुर (पलामू)। झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर में फोरलेन का निर्माण हो रहा है। इसके लिए जमीन का अधिग्रहण हो रहा है। अब रैयत अपनी जमीन के मुआवजे के लिए दर बदर की ठोकर खाने को विवश हैं। इस मामले को लेकर छतवापत्थल स्थित निर्माण स्थल NH-98 के प्रभावित रैयतों ने बैठक की।
रैयतों ने सरकार और स्थानीय प्रशासन से कहा कि अगर उन्हें मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया तो बाध्य हो कर उग्र आंदोलन करेंगे। रैयतों ने सरकार और सिस्टम पर वायदाखिलाफी का आरोप भी लगाया। रैयतों की बैठक में छतरपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के पूर्व प्रत्याशी अरविंद गुप्ता चुनमुन भी पहुंचे। हरसम्भव मदद का आश्वासन दिया।
अरविंद ने कहा कि सरकार को यह सोचना होगा कि आखिर रैयत क्यों आंदोलन के लिए बाध्य हो रहे हैं। जो जमीन रैयतों की मां की तरह है, उसे बिना मुआवजे का भुगतान किये क्यों छिना जा रहा है।
सड़मा के रैयत सुरेंद्र सिंह, विष्णुदेव सिंह, सुदामा यादव, कमलेश गुप्ता अपनी जमीन के मुआवजे के लिए बेहद परेशान हैं। कार्यस्थल पर एक महीने से माले के नेतृत्व में प्रभावित रैयत धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्द ही रैयतों का एक प्रतिनिधिमंडल मेदिनीनगर जाकर पलामू डीसी से मिलकर समस्याओं से अवगत करायेगा।
बैठक में मनोज गुप्ता, सोनू, बबलू चंद्रवंशी, झुना प्रसाद, मुन्ना प्रसाद, दिलीप गुप्ता, हारून खान, विनय, सत्येंद्, रंजीत, अजय, कमलेश यादव, बैजनाथ पासवान, हरनाथ पासवान सहित कई प्रभावित रैयत मौजूद थे।