- झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की निदेशक ने प्रस्तावित स्वरूप किया जारी
रांची। विद्यालय स्तर पर होने वाली अभिभावक शिक्षक बैठक (पीटीएम) समुदाय को स्वैच्छिक दान के लिए प्रेरित करना है। इसकी जिम्मेवारी शिक्षकों को दी गई है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की निदेशक किरण कुमारी पासी ने बैठक के प्रस्तावित स्वरूप के मुख्य मुद्दा में इसका उल्लेख किया है। इसकी जानकारी 3 अगस्त, 2022 को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी जिला शिक्षा अधीक्षक-सह-अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को दी है।
निदेशक ने लिखा है कि सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के माता, पिता एवं अभिभावक को बच्चों की शिक्षा से जोड़ने, उन्हें संवेदनशील बनाने एवं लर्निंग गैप को कम करने के लिए विद्यालय स्तर पर अभिभावक शिक्षक बैठक (पीटीएम) का आयोजन करना जरूरी हो गया है। वितीय वर्ष 2022-23 में शिक्षक अभिभावक बैठक त्रैमासिक रूप से बड़े पैमाने पर किया जाना है।
इसके मुताबिक पूरे राज्य में पीटीएम की पहली बैठक 22 अगस्त से 26 अगस्त, 2022 तक की जानी है। दूसरी बैठक 21 नवंबर से 26 नवंबर, 2022 को की जाएगी। इसी तरह तीसरी बैठक 20 फरवरी से 24 फरवरी, 2023 को की जाएगी।
शिक्षक अभिभावक बैठक कार्यक्रम का प्रस्तावित स्वरूप
परिचय
कार्यक्रम का उद्देश्य, मुद्दा एवं अभिभावकों की भागीदारी की संक्षिप्त प्रस्तुति
बाल संसद के सदस्यों का स्वागत एवं मुख्य अतिथि का अभिभाषण
जागरुकता गीत और माता-पिता एवं बच्चों के बीच मनोरंजक खेल आदि
मुख्य मुद्दा (प्रत्येक त्रैमास के आधार पर)
विद्यालय में 100% नामांकन और उपस्थिति
छात्रों में लर्निंग गैप को पाटना
अभिभावक शिक्षक सहयोग का समर्थन
परीक्षाओं में बच्चे के प्रदर्शन के बारे में बताना
शिक्षा में माता-पिता की भागीदारी का समर्थन
माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में व्यवसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम की जानकारी।
विद्यालय के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम (नृत्य/सस्वर कविता पाठ आदि)
अभिभावक/ ग्राम सभा का कार्यकारी सदस्य/ विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों का अनुभव साझा
पूर्ववर्ती छात्रों की सूची तैयार करना एवं उनसे विद्यालय के विकास में सहयोग के लिए संपर्क करने की रणनीति तैयार करना।
स्वैच्छिक दान के लिए समुदाय को प्रोत्साहित करना