लोहरदगा। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में दादी प्रकाशमणि की 15वीं पुण्य स्मृति दिवस 25 अगस्त को मनाई गई। मुख्य अतिथि रेलवे अधीक्षक राबर्ट एक्का ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर उप सेवा केंद्र संचालिका बीके आशा दीदी ने कहा कि दादी प्रकाशमणि 14 वर्ष की आयु में ही अपना जीवन मानव कल्याण के लिए प्रभु अर्पण कर दिया।
दादी की कुशल नेतृत्व के कारण संस्थान को संयुक्त राष्ट्र संघ ने गैर सरकारी संस्था के तौर पर आर्थिक एवं सामाजिक परिषद का परामर्शक सदस्य बनाया। यूनिसेफ ने भी अपने कार्यों में अपना सहभागी बनाया। दादी की उपलब्धियों को देखकर संयुक्त राष्ट्र संघ ने सन् 1987 में एक अंतर्राष्ट्रीय और पांच राष्ट्रीय स्तर के ‘शांतिदूत’ पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
राबर्ट एक्का ने कहा कि अध्यात्म जीवन जीने की कला सिखाता है। निश्चित रूप से इससे हम जीवन की सच्ची, सुख, शांति, आनंद का अनुभव कर सकते हैं।
कार्यक्रम में पूनम, प्रियानी, सुशांति, मधु, देवंती, निर्मला, राधा, सारिका, राखी, इंदु, सीमा, कल्लू, सुरेश, रामावतार एवं अन्य लोग उपस्थित थे।