- तैयारी का जायजा लेने पहुंचे डीसी और अन्य अधिकारी
खूंटी। भगवान बिरसा मुंडा के ननिहाल चलकद में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य मेला ते दोला (स्वास्थ्य मेला चलें) कार्यक्रम की तैयारी जोरों पर है। स्वास्थ्य के प्रति आदिवासी बहुल इलाके के लोगों को जागरूक करने, उनके स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग और इलाज के उद्देश्य से आयोजित इस मेले में झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस भी शामिल होंगे। गुरुवार को मेले की तैयारियों का जायजा लेने डीसी शशि रंजन चलकद पहुंचे। उनके साथ आईटीडीए निदेशक संजय भगत, जिला आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता टोप्पो, सिविल सर्जन डॉ अजित खालखो, एसडीपीओ अमित कुमार, बीडीओ कुमार नरेंद्र नारायण समेत अन्य अधिकारी भी चलकद पहुंचे थे।
50 से ज्यादा डॉक्टर होंगे
डीसी शशि रंजन ने तैयारियों का जायजा लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। मौके पर डीसी ने मुखिया और ग्रामप्रधान समेत अन्य ग्रामीणों ने भी बातचीत की। डीसी ने कहा कि मेगा हेल्थ कैंप में 50 से ज्यादा डॉक्टर होंगे, जिसमें मेडिका सुपर स्पेस्लिटी हॉस्पिटल, रांची और खूंटी जिले के सुपर स्पेस्लिस्ट डॉक्टर लगभग 3000 मरीजों के स्वास्थ्य स्क्रीनिंग करने के साथ उनका इलाज करेंगे। हेल्थ कैंप में लैब की व्यवस्था भी होगी। डीसी ने कहा कि 7 अगस्त को दक्षिणी अड़की के विकास की कई अन्य योजनाओं की भी शुरुआत होगी।
आठ मोबाईल यूनिट होंगे
स्वास्थ्य मेला में आठ मोबाईल यूनिट होंगे। दांत, त्वचा, आंख के एक-एक और पांच सामान्य बीमारियों की जांच और इलाज के लिए वैन होंगे। एक हजार चश्मा और दवाओं का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। सुपर स्पेस्लिस्ट डॉक्टर ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ स्वस्थ्य रहने के टिप्स भी देंगे।
ग्रामसभाएं संभाल रही कमान
गुरुवार को चलकद, बारूडीह समेत कई गांवों के ग्रामीणों ने मदईत कर स्वास्थ्य मेला परिसर की सफाई और चलकद आने वाली सड़क के दोनों किनारे उग आई झाड़ियों की सफाई की। हेल्थ कैंप में आने वाले तीन हजार लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था जिला प्रशासन की की जा रही है। भोजन बनाने और परोसने का काम ग्रामसभाएं करेंगी। स्थानीय स्तर पर प्रत्येक घर में महिलाएं 20-20 पत्तल बना रही हैं। भोजन पकाने की अन्य सारी व्यव्स्था भी गांव के लोग स्वयं कर रहे हैं। मुंडारी बहुल क्षेत्र से आने वाले मरीजाओं और चिकित्सकों के मध्य अनुवादक के रूप में स्थानीय सहिया और युवक-युवतियां रहेंगी। मेगा हेल्थ कैंप की सफलता में सेवा वेलफेयर सोसाईटी के द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है।
बड़े सामाजिक बदलाव का प्रमाण
बुनियादी सुविधाओं के अभाव के बीच जी रहे लोग। नक्सल और उग्रवाद के बीच गांवों की जिंदगी। विवादित पत्थलगड़ी के कारण सरकारी योजनाओं का वहिष्कार के कारण देश भर में सुर्खियों में आए दक्षिणी अड़की में अब तक का सबसे बड़ा सरकारी आयोजन हेल्थ कैंप के रूप में हो रहा है। कल तक जो ग्रामीण विकास योजनाओं का वहिष्कार कर रहे थे, अब वे सरकारी योजनाओं में प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। यह एक बड़ा सामाजिक बदलाव है।