Good News : टाटा मेन हॉस्पिटल को मिली एनएबीएच मान्यता

झारखंड सेहत
Spread the love

जमशेदपुर। टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) को अस्पतालों और हेल्थकेयर प्रदाताओं के लिए प्रतिष्ठित नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड (एनएबीएच) मान्यता मिली है, जो 21 जुलाई, 2022 से प्रभावी है।

एनएबीएच भारतीय गुणवत्ता परिषद का एक संघटक बोर्ड है। इसका मिशन अपने और बाहरी मूल्यांकन की प्रक्रिया के माध्यम से राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर मरीजों की सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करते हुए  हितधारकों के सहयोग से मान्यता और संबद्ध कार्यक्रमों का संचालन करना है।

एनएबीएच मानकों को इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर क्वालिटी इन हेल्थ केयर (ISQUa) द्वारा मान्यता प्राप्त है। एनएबीएच मानक, बदलते स्वास्थ्य देखभाल के माहौल में अस्पतालों द्वारा मरीजों की सुरक्षा और सेवाओं की डिलीवरी की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

कुल 651 विषयनिष्ठ तत्व हैं, जिनमें से 102 कोर श्रेणी में हैं जिनका प्रत्येक मूल्यांकन के दौरान अनिवार्य रूप से मूल्यांकन किया जाएगा और 459 प्रतिबद्धता श्रेणी में हैं जिनका मूल्यांकन अंतिम मूल्यांकन के दौरान किया जाता है। स्वास्थ्य सेवा में एक्रेडिटेशन किसी अस्पताल के लिए सिर्फ बुनियादी ढांचे से कहीं ज्यादा है। यह प्रक्रिया और परिणाम से सम्बंधित है। एक्रेडिटेशन का उद्देश्य रोगी की सुरक्षा और साक्ष्य-आधारित चिकित्सा को बढ़ावा देना है।

टीएमएच 983 बेड, 18 विशिष्टताओं और 12 विषयों में सुपर-स्पेशलिस्ट के साथ देश के सबसे बड़े निजी अस्पतालों में से एक है। इस क्षेत्र के बहुत कम अस्पतालों में से एक है, जिसने यह प्रतिष्ठित एनएबीएच मान्यता प्राप्त की है।

लगभग 15 लाख ओपीडी में आनेवाले लोगों और 60,000 भर्ती के साथ टीएमएच देश के इस हिस्से के सबसे व्यस्त अस्पतालों में से एक है। यह सम्मान वैज्ञानिक प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों के हमारे अनुपालन को सुनिश्चित करता है। चिकित्सा देखभाल के उच्चतम चिकित्सा मानक ने टीएमएच को देश के इस हिस्से में पसंदीदा स्वास्थ्य देखभाल केंद्र बना दिया है।

टीएमएच ने 1908 में अपनी स्थापना के बाद से ही टाटा स्टील के कर्मचारियों, उनके परिवारों और जमशेदपुर के नागरिकों और आस पास के स्थानों के लोगों की सेवा के लिए खुद को समर्पित कर दिया है।

टीएमएच की गुणवत्ता यात्रा 2010 में शुरू हुई, जब इसे आईएसओ 9001: 2008 प्रमाणन प्राप्त हुआ। यह लगातार ISO9001:2015 के नवीनतम संस्करण से  प्रमाणित होता रहा है। इसे पहली बार 2014 में अपनी एनएबीएल मान्यता प्राप्त हुई। पैथोलॉजी विभाग ने आज तक अपना एनएबीएल प्रमाणन जारी रखा है।

एनएबीएच की यात्रा अप्रैल 2016 में पूर्व-मान्यता स्तर एनएबीएच प्रमाणीकरण के साथ शुरू हुई और अस्पताल तथा टाटा स्टील लीडरशिप के निरंतर प्रयास के परिणामस्वरूप एनएबीएच की नवीनतम 5वें संस्करण दिशानिर्देशों की मान्यता प्रदान की गयी है।