धनबाद। ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (ईसीआरकेयू) के साथ मंडल रेल प्रबंधक की स्थाई वार्ता तंत्र की दो दिवसीय बैठक की शुरुआत गुरुवार को मंडल सभागार में हुई। रेल प्रशासन पक्ष की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक आशीष बंसल और कर्मचारी पक्ष का नेतृत्व ईसीआरकेयू के केंद्रीय अध्यक्ष सह धनबाद मंडल पीएनएम प्रभारी डीके पांडेय ने किया। बैठक का संचालन वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी जयप्रकाश सिंह और सहयोग सहायक कार्मिक अधिकारी नीरज कुमार ने किया।
स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में कर्मचारी का पक्ष को रखते हुए डीके पांडेय ने कहा कि मंडल हर वर्ष माल लदान एवं राजस्व अर्जन में लगातार वृद्धि कर रहा है। इसके बाद भी कर्मचारियों को दी जानी वाली सुविधाओं में भारी कटौती की जा रही है। यह चिंताजनक है। यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने बताया कि मौके पर यूनियन प्रतिनिधियों ने मंडल के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की कई समस्याएं रखीं। उसके निदान की मांग की।
बैठक में ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन, सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, केन्द्रीय संगठन मंत्री पीके मिश्रा, केंद्रीय कोषाध्यक्ष ओपी शर्मा, सीपी पांडेय, वीकेडी द्विवेदी, अजीत कुमार, बीबी सिंह, सुनील कुमार सिंह, आरएन चौधरी, नेताजी सुभाष, टीके साहु, एके दा, बसंत कुमार दूबे, आईएम सिंह, बीके झा, एके तिवारी, चंदन शुक्ला, एके पांडेय, सोमेन दत्ता, महिला प्रतिनिधि श्रीमती मीना कुंडू उपस्थित थे।
ये मांगें रखी गई
सिगनल और दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों के रात्रि भत्ते, यात्रा भत्ते और राष्ट्रीय अवकाश भत्ते की कटौती के प्रति कड़ा विरोध जताते हुए पूरे भुगतान की व्यवस्था करने की बात कही।
रनिंग कर्मचारियों के कार्य के लिए निर्धारित किमी का भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
स्पाउज ग्राउंड स्थानांतरण प्रक्रिया को कार्यरूप देने की दिशा में प्रशासन जल्द कार्रवाई करे।
धनबाद लोको शेड (मैकेनिकल पावर) के वे कर्मचारी जो ब्रेकडाउन में कार्यरत हैं, उन्हें कैरिज एंड वैगन धनबाद डिपो में कार्य के लिए भेजा जा रहा है। यह किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं है। इसे तुरंत रोका जाए।
मंडल रेलवे अस्पताल और मंडल स्थित सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी की है। इसे उपलब्ध कराया जाए।
धनबाद मंडल अस्पताल में वाह्य रोगियों और उनके आश्रितों के विश्राम के लिए वाशरूम युक्त विश्राम हॉल, आउटडोर मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में कुर्सियों की व्यवस्था की जाए।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एम्बुलेंस, एक्सरे और पैथोलॉजी जांच की सुविधा उपलब्ध कराने आदि पर व्यापक चर्चा की गई।
हजारीबाग स्थित आरोग्य अस्पताल, वाराणसी के हेरिटेज अस्पताल, रांची के रानी चिल्ड्रेन, रामप्यारी अस्पताल सहित आंख के अस्पताल से रेफरल अनुबंध प्रक्रिया करने की मांग रखी, ताकि रेल कर्मचारियों को आकस्मिक एवं गंभीर बीमारियों में इलाज के लिए चिंताजनक स्थिति का सामना नहीं करना पड़े।