नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक की लापरवाही सामने आयी है। बैंक को एक तकनीकी गड़बड़ी काफी महंगी पड़ी।
इस गलती के कारण बैंक के कई ग्राहकों को खाते में अचानक करोड़ों रुपये आ गए। बैंक को इन पैसों की वसूली के लिए नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बैंक ने गलती से 4468 ग्राहकों के खातों में 100 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक इसमें से 35-40 करोड़ रुपये अब तक रिकवर नहीं किए जा सके हैं।
वसूली में सहयोग नहीं कर रहे कुछ ग्राहकों की शिकायत है कि बैंक उन्हें डरा धमका रहा है। रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि बैंक इन पैसों की वसूली के लिए कानूनी रास्ता अपना सकता है।
एचडीएफसी बैंक ने एक बयान में कहा कि 28 मई की रात और 29 मई की सुबह सिस्टम पैच को अपग्रेड किया था। इसके बाद कुछ कस्टमरों के अकाउंट्स में बैलेंस में गड़बड़ी दिखी थी। इससे पहले भी मई में बैंक ने करीब 100 बैंक अकाउंट्स फ्रीज कर दिए थे।
तकनीकी गड़बड़ी के कारण कुछ ग्राहकों के खाते में करीब 13 करोड़ रुपये ट्रांसफर हो गए थे। यह वाकया चेन्नई के त्यागराज नगर की उस्मान रोड ब्रांच में हुआ था। सिस्टम अपग्रेड के दौरान यह गड़बड़ी हुई थी।
यहां बता दें कि इससे पहले आरबीआई ने एचडीएफसी बैंक की कुछ डिजिटल ऑफरिंग पर रोक लगा दी थी। उसके बाद बैंक ने अपने पूरे सिस्टम में आमूलचूल बदलाव का फैसला किया था।
एचडीएफसी बैंक के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बार-बार गड़बड़ी हो रही थी। इस कारण केंद्रीय बैंक ने उस पर कुछ पाबंदियां लगाई थीं। आरबीआई ने इस साल मार्च में एचडीएफसी बैंक पर से पाबंदियां हटाई थीं।
करीब ढाई साल पहले आरबीआई ने एचडीएफसी बैंक के डिजिटल लॉन्च और नए क्रेडिट कार्ड कस्टमर बनाने पर रोक लगा दी थी।