प्रशांत अंबष्ठ
बेरमो (बोकारो)। सच्ची लगन और पढ़ाई के प्रति ईमानदारी हो तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। गोमिया निवासी प्रभु स्वर्णकार के पुत्र शुभम ने इसे कर दिया है। उसका चयन जापान के तोहोकू यूनिवर्सिटी (Tohoku university) में हायर स्टडी के लिए हुआ है।
शुभम की प्रारंभिक शिक्षा स्वांग स्थित डीएवी स्कूल से हुई। वर्ष, 2015 में 10वीं और 2017 में 12हीं की परीक्षा पास किया। फिर बीटेक के लिए ओडिशा चला गया। बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के दौरान ही उसका चयन टीसीएस कंपनी में हो गया। वर्तमान में वह टीसीएस में काम कर रहा है।
नौकरी करते हुए शुभम ने जापान की तोहोकू यूनिवर्सिटी में मास्टर डिग्री और पीएचडी के लिए आवेदन किया। पांच छात्रों की पहली सूची बनी। इसमें भारत के दो छात्र को शामिल किया गया। पिछले आठ माह से चयन प्रक्रिया चल रही थी। इस दौरान छात्रों ने हर तरह सवाल का जवाब दिया।
अंतत: शुभम का चयन उक्त यूनिवर्सिटी में हो गया है। वह सितंबर में जापान जाएगा। अक्टूबर से मास्टर डिग्री और पीएचडी की पढ़ाई शुरू करेगा। शुभम ने बताया कि प्राकृतिक आपदा आती है, उससे बहुत नुकसान होता है। नुकसान कम से कम हो, यह उसके शोध का विषय है। शुभम के पिता प्रभु स्वर्णकार एलआईसी के एजेंट और माता गृहणी है।