- रिनपास में दो दिवसीय कार्यशाला
रांची। रिनपास के मनोरोग सामाजिक कार्य विभाग के तत्वाधान में नये प्रशासनिक ब्लॉक में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका विषय ‘पारिवारिक चिकित्सा पर राष्ट्रीय कार्यशाला : आकलन और अंतःक्षेप’ था। इसका उद्घाटन रांची विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने किया।
डॉ कामिनी कुमार ने लोगों को वर्तमान सामाजिक-सांस्कृतिक परिदृश्य में परिवार के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि परिवार का साथ मानसिक तौर पर मजबूती प्रदान करता है। तनाव और चिंता को कम करता है। सीआईपी के निदेशक डॉ बासुदेव दास ने पारिवारिक ढांचे के बढ़ते विघटन पर चिंता जताई। इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
रिनपास के निदेशक डॉ जयती सिमलाई ने प्रारंभिक पारिवारिक हस्तक्षेप की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के स्तर को सीधे प्रभावित कर सकता है। डॉ शोभना ने कार्यशाला का मूल विवरण दिया। डॉ मनीषा किरण ने धन्यवाद दिया।
कार्यशाला के दौरान डॉ शोभना, डॉ रंजीत, डॉ बीनो थॉमस ने पारिवारिक जीवन चक्र के चरण, रोगियों का सेवन और मूल्यांकन, सैद्धांतिक दृष्टिकोण, परिवार चिकित्सा के कौशल और तकनीक, संकेत और मतभेद, रोल प्ले आदि जैसे विषयों पर चर्चा किया।
इस अवसर पर डॉ सुभाष सोरेन, डॉ संजय मुंडा, डॉ निशांत गोयल, रिनपास एवं सीआईपी के अन्य अधिकारी और छात्र-छात्र छात्राएं मौजूद थे।