रांची। सीएमपीडीआई (मुख्यालय) में रांची नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) की बैठक 28 जुलाई को हुई। इसकी अध्यक्षता सीएमपीडीआई के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने की।
मौके पर कुमार ने कहा कि हमें राजभाषा अधिनियम की धारा 3(3) और हिंदी पत्रों एवं टिप्पणियों की प्रतिशतता के सम्बन्ध में राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में हर संभव प्रयास करना चाहिए। अगर इन प्रयासों में या फिर राजभाषा के कार्यान्वयन में कोई समस्या आ रही हो तो विभिन्न सदस्य कार्यालयों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाकर तकनीकी नवाचारों का प्रयोग करते हुए इन्हें दूर किया जा सकता है। नराकास के इस मंच को हम इस तरह के प्रयासों से ही और अधिक सार्थक बना सकते हैं।
मौके पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/ईएस/सीआरडी) एसके गोमास्ता ने कहा कि राजभाषा हिंदी में काम करते हुए हमें गर्व का अनुभव होना चाहिए, क्योंकि आत्म-गौरव की भावना से ही भाषा का विकास संभव होता है। साथ ही उन्होंने नए विचारों, संस्थागत और व्यक्तिगत प्रयासों तथा मिशन मोड के माध्यम से राजभाषा कार्यान्वयन को गति प्रदान करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर संस्थान के महाप्रबंधक (कार्मिक) सी जस्टर, मुख्य प्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशा.) वाईएन प्रसाद, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, रांची के निदेशक केएल अग्रवाल सहित लगभग पंद्रह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक के अंत में नराकास के सदस्य सचिव व मुख्य प्रबंधक (का. एवं प्रशा.) रास बिहारी ने धन्यवाद दिया।