- दोगुनी होगी इलेक्ट्रॉनिक बसों की संख्या
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पांच जिलों में जल्द हवाई सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच मेमोरंडम ऑफ स्टैंडिंग हो चुका है। इसके अलावा राज्य में इलेक्ट्रॉनिक बसों की संख्या दोगुनी की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक शीघ्र ही अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र भी हवाई सेवा से जुड़ेंगे। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत चयनित संबंधित जिलों के हवाईअड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए 1 जुलाई को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच मेमोरंडम ऑफ स्टैंडिंग हो चुका है। खास बात यह है कि ये एयरपोर्ट उन क्षेत्रों में स्थापित हो रहे हैं जो विकास की दौड़ में कतिपय कारणों से पीछे छूट गए थे। श्रावस्ती, सोनभद्र और चित्रकूट तो आकांक्षात्मक जिले हैं। यहां से एयर कनेक्टिविटी होने से इन क्षेत्रों के विकास को नये पंख लगेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रारंभ की गई ‘उड़ान’ योजना का उत्तर प्रदेश ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया है। 2017 से पहले प्रदेश में मुख्यतः लखनऊ और वाराणसी में ही एयरपोर्ट थे। गोरखपुर और आगरा में आंशिक रूप से क्रियाशील एयरपोर्ट थे। तब 4 एयरपोर्ट से मात्र 25 गंतव्यों तक वायुसेवा उपलब्ध थी, आज 9 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। 10 पर काम जारी है। आज 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा है। उत्तर प्रदेश बहुत जल्द 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य बनने जा रहा है। वर्तमान में वाराणसी, कुशीनगर और लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं, जबकि जेवर और अयोध्या में निर्माण जारी है।
प्रदेश के जिन 14 शहरों में इलेक्ट्रॉनिक बसें चल रहीं हैं, उनकी संख्या दोगुनी करने और जरूरत के अनुसार जनता की सहूलियत के लिए नए रूट्स भी इनके संचलन के दायरे में लाए जाएंगे। सभी नगर निगमों में भी इलेक्ट्रॉनिक बसों की सेवा भी शीघ्र शुरू होगी।