योगेश कुमार पांडेय
गिरिडीह। गिरिडीह जिले की चिलगा पंचायत में चुनाव के दौरान उपमुखिया ने हड़बड़ी में गड़बड़ी कर दी। उधर, नवडीहा ओपी क्षेत्र की चार पंचायतों में उपमुखिया का चुनाव और मुखिया एवं वार्ड सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ। जमुआ बीडीओ अशोक कुमार ने चोरगत्ता, लताकी, मेढ़ों चपरखो में चुनाव संपन्न कराया। सीओ द्वारिका बैठा के नेतृत्व में सियाटांड़, गोरो व चिलगा में चुनाव हुआ। गोरो में अंजना देवी निर्विरोध उपमुखिया निर्वाचित हुई। सियाटांड़ से रुक्मिणी देवी, चोरगत्ता से गुड़िया देवी और चिलगा से तिसनी देवी निर्वाचित हुई।
चिलगा पंचायत में अजूबा
लताकी पंचायत में मुखिया अमोला देवी की उपस्थिति में उप मुखिया मो लालबेग अंसारी, मेढो चपरखो पंचायत में मुखिया मनोज हाजरा की उपस्थिति में उप मुखिया संजय कुमार साव निर्वाचित हुए। सबसे मजेदार मामला चिलगा पंचायत में देखने को मिला। यहां एक उपमुखिया प्रत्याशी हड़बड़ी में गड़बड़ कर बैठी। अपना मतपत्र सादा ही मतपेटी में डाल दिया।
जाने क्या हुआ पूरा माजरा
चिलगा पंचायत में उपमुखिया चुनाव चल रहा था। तिसनी देवी और महादेव सिंह ने इसके लिए नामांकन भरा। मतदान में 15 वार्ड सदस्यों ने वोटिंग की। इसी दौरान हड़बड़ी में उपमुखिया प्रत्याशी तिसनी देवी ने अपना मतपत्र सादा ही मतपेटी में डाल दिया। इसके बाद वह सीओ के पास पुनः मतपत्र मांगने गई। सीओ ने उन्हें दोबारा मतपत्र देने से इंकार कर दिया। मतगणना के बाद दोनों पक्षों को 7-7 मत प्राप्त हुए। एक मत रद्द हो गया। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मुखिया के मत से तिसनी देवी विजयी घोषित हुई।
चुनाव के दौरान पहुंची अध्यक्ष
सियाटांड़ भवन जब उपमुखिया चुनावी प्रक्रिया चल रही था, तब जिला परिषद अध्यक्ष बनी मुनिया देवी अपने कार्यकर्ता के साथ विजय जुलूस लेकर सियाटांड़ पंचायत भवन पहुंची। देखा कि जमुआ के सभी अधिकारी उपमुखिया का चुनाव करा रहे हैं। इसके बाद मुनिया देवी चुनाव होने तक पंचायत भवन में ही बैठी रही। चुनाव होने के बाद उपमुखिया को माला पहनाकर बधाई दी।
इनकी रही भूमिका
मौके पर सियाटांड़ पंचायत के मुखिया महेंद्र कुमार वर्मा ने भी जिला अध्यक्ष के पति कोलेश्वर वर्मा को माला पहनाकर बधाई दी। उसके बाद विजय जुलूस लेकर जिला परिषद क्षेत्र के ग्रामीणों से मिलने चले गये। चुनाव कराने में बीपीआरओ जमुना हजाम, सीआई लवकेश सिंह, अंचल ऑपरेटर प्रवीण कुमार, प्रखंड सहायक मो शाहिद अख्तर सहित पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, पीएसएस, अंचल, प्रखंडकर्मी की भूमिका रही।