श्रमदान कर नदी बचाने की मुहिम की गूंज पहुंची दिल्‍ली, पहुंचे गृह मंत्रालय के अपर सचिव

झारखंड
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गृह मंत्रालय के अपर सचिव पहुंचे खूंटी, बोरीबांध बनाने में किया सहयोग

खूंटी। झारखंड के खूंटी जिले में जनशक्ति से जलशक्ति के तहत तहत शुरू किये गए नदी बचाओ अभियान में हजारों ग्रामीणों के श्रमदान कर नदी को बचाने की मुहिम की गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अपर सचिव प्रवीण वशिष्ठ और जल शक्ति अभियान के तकनीकी पदाधिकारी अश्विन कुमार गुरुवार को मुरहू प्रखंड की कोड़ाकेल पंचायत अंतर्गत कोलोम्दा गांव पहुंचे।

महज तीन घंटे में बन गया वृहद बोरीबांध

जिला और प्रखंड प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी, मुखिया मरियम होरो और ग्रामसभा कोलोम्दा के संयुक्त प्रयास से बनई नदी पर चंगाबाड़ी के पास वृहद बोरीबांध का निर्माण महज तीन घंटों में कि‍या गया। इसमें प्रवीण वशिष्ठ, अश्विन कुमार, जिले के डीसी शशि रंजन, बीडीओ मिथिलेश कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने भी श्रमदान किया। देखते ही देखते नदी पर बोरीबांध बनकर तैयार हो गया। नदी झील में परिवर्तित हो गई। इसे देख प्रवीण वशिष्ठ समेत अन्य अधिकारियों ने ताली बजाकर ग्रामीणों के प्रयास से हुए नदी के संरक्षण के लिए उनका स्वागत किया। इस कार्य के लिए बधाई दी।

चट्टान पर बैठ ग्रामीणों से जल संरक्षण पर चर्चा

गृह विभाग के अपर सचिव और डीसी बोरीबांध निर्माण स्थल पर नदी के किनारे चट्टान पर बैठकर कोलोम्दा गांव के पानी के मामले में समृद्ध बनाने को लेकर ग्रामीणों के संग चर्चा की। तमाम चर्चाओं के उपरांत यह निर्णय लिया गया कि कोलोम्दा गांव का हर परिवार अपने-अपने घरों में सोख्ता गड्ढ़ा एक सप्ताह के अंदर तैयार करेगा। इसके बाद डीसी शशि रंजन पुन: कोलोम्दा आएंगे।

पानी की समस्या को दूर करने का काम करेंगे

ग्रामीणों हर वर्ष गांव के सीमान क्षेत्र में श्रमदान से दो से तीन स्थानों पर बोरीबांध बनाकर पानी की समस्या को दूर करने का काम करेंगे। इसके अलावा ग्रामसभा जल संरक्षण के हर संभावनाओं पर काम करेगी। डीसी ने ग्रामीणों को सोलर लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम देने का वादा किया। ग्रामीणों को सालों भी खेती करने की सलाह देते हुए मदद करने का आश्वासन दिया। जेएसएलपीएस के डीपीएम को निर्देश दिया गया कि वे गांव की महिलाओं को गव्य पालन, मुर्गीपालन आदि का प्रशिक्षण दें।

सोलर लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम पर होगा विचार

डीसी शशि रंजन ने कहा कि दिल्ली से गृह विभाग के अपर सचिव और जलशक्ति मंत्रालय के तकनीकी अधिकारी यह देखने आए थे कि खूंटी जिले में कैसे गांवों के लोग अस्तित्व खो रही नदी को पुर्नस्थापित करने का काम किया जा रहा है। बोरीबांध कैसे फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांग सोलर लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम है, उनकी मांग पर विचार किया जाएगा। डीसी ने कहा कि नदी बचाओ अभियान खूंटी जिले के लिए गेम चेंजर है। इससे यहां के गांवों की अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार आएगी।

ग्रामीणों के साथ बैठकर भोजन किया

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अपर अपर सचिव प्रवीण वशिष्ठ और जल शक्ति अभियान के तकनीकी पदाधिकारी अश्विन कुमार, डीसी शशि रंजन ने ग्रामीणों संग बैठकर भोजन किया। गांव के बच्चों से बातचीत की औश्र उन्हें प्रोत्साहित किया। इससे पूर्व अधिकारियों ने कोलोम्दा स्कूल परिसर में वृक्षारोपण किया। गांव पहुंचने पर महिलाओं ने उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया।

श्रमदान करने वालों में ये भी थे शामिल

मुखिया मरियम होरो, कोलोम्दा के ग्रामप्रधान अर्जुन मुंडा, प्रभुसहाय बोदरा, प्रेमचंद भेंगरा, धरमदास बोदरा, सामुएल बोदरा, मानी भेंगरा, जोसेफ भेंगरा, सुलेमान ढ़ोढ़राय, अजीत, विलशन भेंगरा, संतोष बोदरा, विलियम बोदरा, रिंकू महतो, पुरेंद्र कुमार, सुधीर कुमार गंझू समेत पंचघाघ के पर्यटक मित्र और समस्त ग्रामवासी।