रांची। झारखंड की राजधानी रांची के पंडरा थाना क्षेत्र के जनक नगर में हुए डबल मर्डर का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस के अनुसार 19 साल के युवक ने घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना के वक्त पहने गये कपड़े और मोबाइल को जब्त किया है। यह जानकारी रांची के सिटी एसपी अंशुमन कुमार ने 27 जून को प्रेस को दी।
जानकारी हो कि 18 जून, 2022 को थाना क्षेत्र के जनक नगर स्थित एक घर में रात को डबल मर्डर की घटना घटी थी। इसमें चंदा देवी के दो बच्चे बेटी श्वेता सिंह (17 वर्ष) और बेटा प्रवीण कुमार सिह उर्फ ओम (14 वर्ष) की हत्या घर में घुसकर अज्ञात अपराधियों ने चाकू एवं हथौड़ा से कर दी थी। चंदा देवी को बुरी तरह घायल कर दिया था। इस मामले में थाने में मामला दर्ज किया गया था।
घटना का खुलासा और अपराधियों का गिरफ्तारी के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन में किया गया था। इसमें कोलवारी डीएसपी प्रकाश सोय, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-प्रथम नीरज कुमार, साइर्बर सेल की डीएसपी यशोदरा, सुखदेवनगर, पंडरा ओपी थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी, पुलिसकर्मी शामिल थे।
जांच के क्रम में एसआईटी ने घटनास्थल का मुआयना किया। आसपास के लोगों से पूछताछ की। तकनीकी शाखा के माध्यम से पता चला कि मृतक श्वेता सिंह का प्रेम प्रसंग अर्पित नाम के लड़का से था। वे हमेशा रात में श्वेता सिंह की छत पर मिलता था। बाद में लड़की की मां चंदा देवी को पता चला। इस पर चंदा देवी मना करने लगी। इस पर लड़की नहीं मानी। छुप-छुपकर अर्पित से मिलना जारी रखी।
घटना की रात को अर्पित लड़की से मिलने उसके घर गया। घर के पीछे की ओर से चढ़ कर छत पर गया। अहले सुबह 3.30 से 4 बजे दोनों सीढ़ी के नीचे थे। इसी बीच श्वेता की मां चंदा देवी उठ गई। दरवाजा खोलकर स्कूटी निकाली। जब वह अंदर घुस रही थी, तब अर्पित और श्वेता दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखकर लड़का को पकड़कर मारने लगी। इस पर अर्पित द्वारा सामने सब्जी काटने वाले चाकू से चंदा देवी की गर्दन पर 3-4 बार चाकू से वार किया गया। चाकू टूट जाने के बाद फ्रीज के ऊपर रखे हथौड़े से चंदा देवी के सिर पर 3-4 बार मार दिया।
आवाज सुनकर श्वेता का छोटा भाई प्रवीण सिंह उर्फ ओम उठ गया। मां को बचाने के लिए आया तो उसके सिर पर भी अर्पित ने 3-4 हथौड़ा मार दिया। इसपर ओम वही पर गिर गया। ये सब देख श्वेता सिंह विरोध करने लगी तो अर्पित ने उसे भी 3-4 बार हथौड़ा से सिर मारा। इससे श्वेता वही पर गिर गई। इसके बाद अर्पित छत से होते हुए घर के पीछे से भाग गया। फिर ट्रेन से बिलासपुर, विशाखापट्टनम, भागलपुर, पटना और उसके बाद रांची आने पर पकड़ा गया।