महाराष्ट्र। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पर मंडरा रहे संकट के बीच शिवेसना के बाद कांग्रेस की चिंताएं बढ़ गई हैं। सरकार के गिरने की बढ़ती आशंका के साथ कांग्रेस के विधायकों का भविष्य भी अधर में लटका हुआ है।
पार्टी के एक धड़े को लगता है कि महाराष्ट्र में उसके कई विधायक प्रभावित होने की स्थिति में हैं और उन्हें एकजुट रखने में केंद्रीय नेतृत्व खास रुचि नहीं ले रहा है। आधिकारिक तौर पर कांग्रेस ने कहा है कि 44 विधायक पार्टी के साथ बने हुए हैं। कमलनाथ ने 41 के साथ मुलाकात की है और तीन के साथ फोन पर बात हुई है।
हालांकि, कांग्रेस के राज्य प्रभारी एचके पाटिल के साथ एक वरिष्ठ नेता की बहस हुई थी। उनका कहना था, ‘हमारे विधायक खुले घूम रहे हैं। हमें उन्हें कम से कम एक होटल में ले जाना चाहिए।’