कोरबा (छत्तीसगढ़)। खनन प्रभावित ग्राम बरभांठा और पंडरीपानी में तत्काल टैंकरों के माध्यम से पानी देने, नया बोरखनन कराने और गांव के मुख्य तालाब का गहरीकरण करके उसमें पानी भरने की मांग छत्तीसगढ़ किसान सभा ने की है। इस संबंध में किसान सभा के नेताओं ने एसईसीएल गेवरा महाप्रबंधक को पत्र सौंपा। समस्या का निराकरण नहीं होने पर 10 मई को गेवरा खदान बंद करने की धमकी दी है।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के कोरबा जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने आरोप लगाया कि एसईसीएल प्रबंधन को केवल मुनाफे से मतलब है। आम जनता को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने में उसकी कोई रूचि नहीं है। किसान सभा के नेता दीपक साहू ने बताया कि गेवरा खदान के खनन के कारण दोनों गांवों में जल स्तर काफी नीचे जा चुका है। इसके कारण प्रभावित ग्रामीणों को पानी के लिये काफी भटकना पड़ रहा है।
किसान सभा के नेता जय कौशिक ने एसईसीएल के इस अमानवीय रवैये की तीखी निंदा की है। किसान सभा नेता प्रशांत झा, जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू, जय कौशिक, दामोदर, जगदीश कंवर, रामायण कंवर, सरिता कंवर और सविता के नेतृत्व में दोनों गांवों के ग्रामीणों ने प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने 10 मई को किसान सभा के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा गेवरा खदान बंद करने की धमकी दी है।