अक्षय तृतीया पर खरीदना है सोना या हीरा, तो जान लें ये बातें, बच जाएंगे नुकसान से

झारखंड
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रांची। भारत में मंगलवार यानी आज एक साथ ईद और अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जा रहा है। अक्षय तृतीया के मौके पर सोना, हीरा या गहने खरीदने की परंपरा रही है। यह परंपरा अब ट्रेंड और फैशन का रूप ले चुकी है। हालांकि सोना हो या हीरा या इनसे बने गहने, इन्हें खरीदते समय कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। सोना या सोने के गहने खरीदने से पहले हॉलमार्क जरूर चेक करना चाहिए। हॉलमार्क से सोने की शुद्धता का पता चलता है।

ग्राहकों को सबसे ज्यादा नुकसान गहने में भरे गए मोम और चपड़ी के कारण होता है। जब ग्राहक गहने खरीदता है तो वह इन मिलावटी चीजों को भी सोने के भाव में ले आता है और जब वह बेचने जाता है तो ज्वेलर इन्हें हटाकर दाम लगाते हैं। हमेशा हीरा 0.9 कैरेट, 1.9 कैरेट आदि के हिसाब से ही लेना चाहिए। 1 कैरेट के हीरे और 0.9 कैरेट की कीमत में 50 हजार रुपये का अंतर तक हो सकता है, जबकि दिखने में कोई फर्क नहीं पड़ता है।

हीरे GIA सर्टिफाइड होते हैं, जिसमें उनके कट और रंग के हिसाब से D से Z तक मार्किंग होती है। आप कम बजट में हीरा खरीदना चाहते हैं तो लैब ग्रोन हीरा खरीद सकते हैं। ये हीरे बनाने के लिए एक सीड डायमंड मेकिंग मशीन में डाला जाता है। कार्बन से उसे ढका जाता है। ये हीरे नेचुरल हीरों की तुलना में 30% कीमत पर उपलब्ध होते हैं।