पटना। बिहार के जहानाबाद जेल ब्रेक कांड आज भी लोगों के जेहन में मौजूद है। जब वर्ष 2005 में जहानाबाद जिले की जेल पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था। इस कांड के आरोपी और बिहार- झारखंड के 30 लाख के इनामी नक्सली कमांडर शिव शंकर रजक उर्फ चंद्रशेखर त्यागी उर्फ बाबा की मौत पटना के पीएमसीएच अस्पताल में गुरुवार को हो गयी।
बताया जा रहा है कि नक्सली कमांडर शिव शंकर रजक उर्फ चंद्रशेखर उर्फ बाबा भी जहानाबाद जेल में था। इसे भी छुड़ाने की कोशिश नक्सलियों ने की थी। जेल ब्रेक कांड के बाद नक्सली कमांडर शिव शंकर रजक उर्फ चंदशेखर उर्फ बाबा को गया सेन्ट्रल भेजा गया था, जहां से उसे पटना की बेउर जेल में स्थानांतरित किया गया था। इस नक्सली पर 37 मामले लंबित थे, जबकि यह आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था।
इस बीच लगातार तबीयत खराब रहने की वजह से बेहतर उपचार के लिए उसे पीएमसीएच लाया गया था, जहां इलाज के क्रम में अचानक नक्सली कमांडर की मौत हो गयी। यहां बता दें कि 15 नवंबर 2005 की रात करीब नौ बजे एक हजार नक्सलियों ने जहानाबाद जेल पर हमला कर दिया था। रात के अंधेरे में गोलियों की तड़तड़ाहट और बमों के धमाके से पूरा जहानाबाद थर्रा उठा था। नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों और जेल में बंद कैदियों की हत्या तो की ही, अजय कानू समेत सैकड़ों कैदियों को छुड़ा कर फरार हो गये थे।
इस दौरान नक्सलियों ने जहानाबाद पुलिस लाइन को चारों तरफ से घेरे रखा था, ताकि जेल में पुलिसकर्मियों को कोई मदद न मिल सके। घटना के समय करीब साढ़े तीन सौ कैदी भाग गये थे। बाद में उन कैदियों को लौटने की मोहलत प्रशासन की तरफ से दी गयी। इसके बाद भी 130 कैदी वापस नहीं लौटे।