रांची। चुनाव आयोग ने 9 (ए) मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नोटिस भेजा है और 10 मई तक जवाब मांगा है। हेमंत सोरेन चुनाव आयोग को जवाब देंगे। इसकी तैयारी चल रही है, पर 10 मई की निर्धारित अवधि की जगह पर वह आयोग से जवाब दाखिल करने के लिए समय मांग सकते हैं।
वजह है कि उनकी माता रूपी सोरेन बीमार हैं और उनका पूरा ध्यान अभी हैदराबाद में लगा हुआ है। सीएम के करीबी सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग से समय लेने की तैयारी चल रही है। इसके लिए आयोग के समक्ष टाइम पीटिशन डाला जा सकता है। हेमंत सोरेन अपने वकील के माध्यम से टाइम पीटिशन भेज कर समय लेंगे।
दूसरी ओर जवाब देने की भी तैयारी चल रही है। इधर चुनाव आयोग पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं कि आयोग का फैसला क्या होता है। झामुमो की ओर से इस मामले में विधि विशेषज्ञों से राय ली जा रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी ने 1956 से लेकर 2006 और फिर 2020 के मामले का अध्ययन कराया है। इन सभी आदेशों के कागजात जुटा लिए गए हैं। जवाब में इन सब आदेशों का रिफरेंस दिया जाएगा।
पार्टी का मानना है कि 9(ए) में माइनिंग लीज नहीं आता है। वजह है कि फरवरी में ही स्टोन माइंस को सरेंडर कर दिया गया था। अनगड़ा खदान से कभी उत्खनन ही नहीं हुआ है, तो इसमें लाभ का मामला कैसे बनता है। हेमंत सोरेन की ओर से चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र में भी इस खदान का जिक्र है। चूंकि यह खदान पहले से ही हेमंत सोरेन के नाम से था।