भगवान शिव का जलाधिवास से अन्नाद्धिवास में कराया गया प्रवेश

झारखंड धर्म/अध्यात्म
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लोहरदगा। मनोकामना शिव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तीसरे दिन भगवान शिव को जल से बाहर निकालकर अन्नाद्धिवास में प्रवेश कराया गया। ज्ञातव्य हो कि प्राण प्रतिष्ठा के दौरान स्थापित किये जाने वाले भगवान की मूर्ति को विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से वैदिक नियमानुसार सर्वप्रथम जलाधिवास, पुष्पाधिवास, फ्लाधिवास फिर अन्नाद्धिवास में प्रवेश कराते हुए पांचवे दिन यथास्थान स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूर्ण होता है।

इस दौरान जजमान द्वारा लगातार यज्ञाचार्य की देख रेख में पूजा पाठ और धार्मिक अनुष्ठान जारी रहता है। तीसरे दिन अन्न में प्रभु शिव का प्रवेश हुआ। यह कामना की गई कि सभी भक्तों के घर सुख समृद्धि आए। अन्नाज व धन्य धान्य से भरा रहे। इस दौरान अनावरत भंडारे का आयोजन और राम चरित्र मानस पाठ, भजन कीर्तन इत्यादि कार्यक्रम भी जारी रहा।

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु आकर भंडारे एवं पूजा पाठ का लाभ उठा रहे हैं। मनोकामना शिव मन्दिर में स्थापित किये जाने वाले महामणि स्‍फटिक धातु से बने शिव लिंग और हनुमान की मूर्ति का नगर भ्रमण कराया जाएगा।

नगर भ्रमण आज 3 बजे ब्‍लॉक मोड़ से निकलेगा। कचहरी मोड़, डीसी ऑफिस, मैना बगीचा, बाबा मठ, साइडिंग, चेकनाका होते हुए मंदिर परिसर में समाप्‍त होगा। आयोजकों ने सभी श्रद्धालु और शिव भक्तों से अनुरोध किया है कि नगर भ्रमण कार्यक्रम में उपस्थिति सुनिश्चित करें।