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ट्रेन में यात्रा करने की सोच रहे हों, तो इस तारीख को नहीं करायें टिकट बुक

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। देशभर में हजारों स्टेशन मास्टर एकदिवसीय हड़ताल पर जा सकते हैं। यानी अगर हड़ताल हुई तो 31 मई को पूरे देश में रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।

इस समय देश में लगभग 35,000 स्टेशन मास्टर मांग कर रहे हैं कि रेलवे महीने के अंत से पहले उनकी मांगों को पूरा करे। वे अक्टूबर 2020 से अपनी मांगो को लेकर संघर्ष कर रहें हैं।

पूरे देश में इस समय 6,000 से भी ज्यादा स्टेशन मास्टरों की कमी है और रेल प्रशासन इस पद पर भर्ती नहीं कर रहा है। इस कारण देश के आधे से भी ज्यादा स्टेशनों पर महज सिर्फ 2 ही स्टेशन मास्टर पोस्टेड हैं।

वैसे तो स्टेशन मास्टरों की शिफ्ट 8 घंटे की होती है, लेकिन स्टाफ की कमी की वजह से इन्हीं स्टेशन मास्टरों को हर रोज 12 घंटे की शिफ्ट करनी होती है। ऐसे में इतने कम स्टाफ में छुट्टी आदि मैनेज करना काफी दिक्कत का काम है।

स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि हमने अपनी मांगों की लिस्ट रेलवे बोर्ड के सीईओ को भेज दी है।

रेलवे में सभी रिक्तियों को जल्दी से जल्दी भरा जाए।

सभी रेल कर्मचारियों को बिना किसी अधिकतम सीमा के रात्रि ड्यूटी भत्ता बहाल किया जाए।

स्टेशन मास्टरों के संवर्ग में एमएसीपी का लाभ 16.02.2018 के बजाय 01.01.2016 से प्रदान किया जाए।

संशोधित पदनामों के साथ संवर्गों का पुनर्गठन किया जाए।

ट्रेनों के सुरक्षित और समय पर चलने में उनके योगदान के लिए स्टेशन मास्टरों को सुरक्षा और तनाव भत्ता दिया जाए।

रेलवे का निजीकरण एवं निगमीकरण रोका जाए।

न्यू पेंशन स्कीम बंद करके पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए।