नई दिल्ली। दिल्ली के मुंडका स्थित सीसीटीवी कैमरा और राउटर बनाने वाली कंपनी के कार्यालय में लगी भयंकर आग अबतक 27 जिदगियों को निगल चुुकी है, वहीं इसमें झुलसे कई लोग जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अग्निकांड से अब दिल दहलाने और दुखी करने वाली कई कहानियां एक-एक कर सामने आ रही हैं.
आग की चपेट में आए कई लोगों कोे पश्चिमी दिल्ली के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती किया गया है. इस अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ लगी है. लोगों की आंखों में आंसू हैं और दिल को छलनी करने वाले कई सवाल. इसी भीड़ में आंसुओं की धारा से सराबोर एक युवक खड़ा है. पहचान न जाहिर करने की बात कहते हुए उसने बताया कि “मेरी गर्लफ्रेंड भी इस आग में फंस गई थी. उसने मुझे वीडियो कॉल किया. मैं उसकी हिम्मत बढ़ा रहा था. उधर, धीरे-धीरे धुआं बढ़ता ही जा रहा था. और फिर कॉल अचानक कट गई.”
युवक ने बताया कि उसकी गर्लफ्रेंड अब लापता है. उसको बेहद अफसोस है कि गर्लफ्रेंड की अंतिम गुहार सुनने के बावजूद वह उसे बचाने के लिए कुछ कर न सका. अस्पताल के बाहर कई ऐसे परिवार और लोग नज़र आ रहे हैं जिनके अपने दफ्तर में लगी इस आग की घटना के बाद से लापता हैं. कुछ ऐसी ही कहानी 14 साल की मोनी बताती हैं, जो अपनी बहन पूजा को खोजते हुए अस्पताल पहुंची हैं.
19 साल की उनकी बहन उसी सीसीटीवी कंपनी के उसी ऑफ़िस में नौकरी करती थीं जिसमें आग लगी. मोनी कहती हैं, “हमें न्यूज़ से आग लगने का पता चला और हम दौड़ते हुए यहां आए. हमें नहीं पता कि हमारी बहन कहां हैं, प्रशासन ने हमसे बस इतना ही कहा है कि संजय गांधी अस्पताल में पता करो.”