- वार्षिक सम्मेलन में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन का पुनर्गठन
मध्य प्रदेश। कुछ लोगों को चार-चार पेंशन और मजदूरों को एक भी नहीं, जो जिन्दगी भर अपनी नौकरी के दौरान राष्ट्र सेवा करते हैं। उन्हें जीवन के अंतिम चरण में रोजी रोटी की चिंता में बेसहारा छोड़ देना कतई उचित नहीं। देश बदल रहा है। युवा जाग उठा है। सभी अपने अधिकार के लिए लड़ने के लिए तत्पर हैं। एक देश में दो नीति नहीं चलेगी। समय आ गया है कि सरकार को अपने निर्णय पर विचार करते हुए सभी कर्मचारियों को पुरानी गारंटीड पेंशन बहाल करना होगा।
उक्त बातें ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में आयोजित आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की 97वीं वार्षिक सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि ईसीआर के अधिकांश स्टेशनों पर कर्मचारियों को पेयजल उपलब्ध नहीं है। बिजली व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। वे जर्जर आवासों में रहने के लिए मजबूर हैं। इसके बावजूद माल लदान और रेलवे राजस्व अर्जित करने के क्षेत्र में हम अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं।
महामंत्री ने कहा कि नये स्टेशन, नये विद्युतीकरण सेक्शन बन रहे हैं, परंतु इन सब के लिए आवश्यक नये पदों का सृजन नहीं किया जा रहा है। पुराने कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है। एक ही भर्ती बोर्ड से गहन परीक्षा पास कर आने वाले कर्मचारियों को सेवा के दौरान व्यापक पदोन्नति के अवसर प्रदान करने के लिए एलडीसीई ओपन टू आल पद्धति पर फेडरेशन के साथ बनी सहमति को जल्द लागू किया जाना चाहिए। संरक्षा श्रेणी के रनिंग कर्मचारियों की समस्याएं सुनी जानी चाहिए। उनके लिए उच्च ग्रेड पे स्वीकार किया जाना चाहिए।
एआईआरएफ के वार्षिक सम्मेलन में नये पदधारियों का चुनाव भी हुआ। अध्यक्ष-डॉ एन कन्हैया, महामंत्री-शिव गोपाल मिश्रा और कोषाध्यक्ष-एस शंकर राव चुने गए। ईसीआरकेयू के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव को फेडरेशन का उपाध्यक्ष और केंद्रीय कोषाध्यक्ष ओपी शर्मा जोनल सेक्रेटरी पद पर निर्वाचित हुए।
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने बताया कि फेडरेशन की कार्यकारिणी समिति के सदस्य पद पर डीके पांडेय, एसएसडी मिश्रा, एससी त्रिवेदी, केके मिश्रा, मिथिलेश कुमार और मनीष कुमार निर्वाचित किए गए।