रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय के तृतीय वर्ष के छात्र केवल वत्स को अभियांत्रिकी स्नातक अभिक्षमता परीक्षा (गेट) में कृषि अभियंत्रण विषय में देश में 22वां रैंक प्राप्त हुआ है। इस वर्ष बीएयू के अभियंत्रण महाविद्यालय के 14 विद्यार्थी इस परीक्षा में सफल रहे। इनमें गुड़िया कुमारी (28), भुनेश्वर महतो (63), शुभम कुमार प्रमाणिक (65), अर्क राज (83), आशीष कुमार (126), राहुल कुमार (143), रूपाली गुप्ता (146) का रैंक 200 के अंदर रहा। इनके अतिरिक्त सौम्या, साइमा निगार, जेबा अफरीन, रोमा दत्ता, रोहित तिर्की, सचिन कुमार श्रीवास्तव भी सफल विद्यार्थियों में शामिल हैं। ये सभी कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय के तृतीय वर्ष और चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थी हैं।
गेट परीक्षा की तैयारी में इन्हें महाविद्यालय के सभी शिक्षकों विशेषकर सहायक प्राध्यापक डॉ इरफान अहमद अंसारी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। चार वर्ष पूर्व ही इस महाविद्यालय की शुरुआत बीएयू के कांके परिसर में हुई थी। स्नातक पाठ्यक्रम अवधि चार साल पूरा नहीं होने के कारण स्नातक का एक भी बैच अभी इस महाविद्यालय से नहीं निकला है। यहां प्रतिवर्ष 40 विद्यार्थियों का नामांकन होता है।
इस गेट स्कोर के आधार पर इन विद्यार्थियों का नामांकन देश के अग्रणी आईआईटी में मृदा एवं जल अभियंत्रण, जल संसाधन अभियंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण अभियंत्रण, नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन अभियंत्रण आदि विषयों के मास्टर डिग्री कोर्स में हो सकेगा। मास्टर डिग्री में पढ़ाई के दौरान इन्हें 12,400 रुपये की मासिक फेलोशिप भी मिलेगी। साथ ही, कई लोक उद्यमों में ग्रेजुएट इंजीनियर की नौकरी के लिए भी इन्हें अर्हता प्राप्त हो गई है। यह कैट स्कोर आगामी 2 वर्षों के लिए मान्य होता है।
ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग यानी अभियांत्रिकी स्नातक अभिक्षमता परीक्षा (गेट) भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रतिवर्ष किसी प्रमुख आइआइटी या भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलोर द्वारा अभियंत्रण और विज्ञान के 35 विषयों में आयोजित की जाती है I इसका उद्देश्य आइआइटी, भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलोर और कुछ एनाईटी के मास्टर डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए स्नातक विद्यार्थियों में इन विषयों की व्यापक समझ का आकलन करना है I
भारत सरकार के कुछ लोक उद्यम गेट स्कोर का इस्तेमाल अपने यहां अभियंत्रण स्नातकों की भर्ती के लिए भी करते हैं I इस वर्ष इसका आयोजन आइआइटी खड़कपुर द्वारा किया गया था I करीब 7 लाख 11 हजार विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसमें लगभग 1 लाख 27 हजार (17.82%) छात्र-छात्राएं सफल हुए I