
- शिक्षा सचिव के साथ शिक्षक संघों की बैठक
रांची। शिक्षा सचिव राजेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में विभिन्न राज्यस्तरीय प्राथमिक, माध्यमिक और अल्पसंख्यक शिक्षक संघों की बैठक 9 फरवरी को हुई। इसमें विद्यालय ग्रांट और एमडीएम संचालित छात्रों को मध्याह्न भोजन को लेकर खाता संचालन में नई पद्धति भारत सरकार की पीएफएमएस से राशि निकासी पर चर्चा हुई। पूरे राज्य में मात्र 11 प्रतिशत निकासी होने पर चिंता व्यक्त की गई।
नई तकनीकी में आने वाली कठिनाइयों को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि जब तक बीआरसी और जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय पर राज्यस्तर से शिकंजा नहीं कसा जाएगा एवं निकासी को लेकर कार्यों को सरल नहीं किया जाएगा, तब तक निकासी को लेकर व्यापक सफलता नहीं मिल सकती है। क्योंकि इस खाते के संचालन को लेकर कमीशन बाजी और भ्रष्टाचार से इंकार नहीं किया जा सकता है।
संघ ने सुझाव दिया कि शिक्षकों सहित बीआरसी, अकाउंटेंट और जिला स्तर पर ऑफलाइन और ऑनलाइन व्यापक प्रशिक्षण देना अनिवार्य है। शिक्षकों द्वारा बीआरसी में बिल जमा करने के 2 दिन के अंदर में राशि निकासी की व्यवस्था की जाए। समय निर्धारित जब तक नहीं किया जाएगा, तब तक कार्य को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। संघ ने कहा की इस कार्य को लेकर शिक्षकों पर कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। विभिन्न जिलों में डीएसइ के पद रिक्त हैं। एक-एक अधिकारी कई जिलों के प्रभार में हैं। इस पर सचिव ने कहा कि मई महीने में सभी जिलों में डीएसइ पदस्थापित कर दिए जाएंगे।
बैठक में सचिव ने बताया कि ढ़ाई लाख से ऊपर के बिल में विक्रेता द्वारा ही जीएसटी बिल दिया जाएगा। इसके लिए बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है। उससे कम के बिल में जीएसटी की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि पीएफएमएस की शुरुआती दिनों में थोड़ी परेशानी होगी, लेकिन आगे चलकर यह काम आसान होगा। प्राथमिक शिक्षा निदेशक किरण कुमारी पासी ने पीएफएमएस के बारे में बताया। आने वाले दिनों में शिक्षकों के प्रमोशन, पेंशन आदि समस्याओं को लेकर फिर से बैठक होगी।
बैठक में प्रशासी पदाधिकारी जयंत मिश्रा, प्रदीप कुमार चौबे के अलावा अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ से प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे, मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद, राजेंद्र शुक्ला, रविंद्र कुमार, गंगा यादव, सैंडिल कुमार, क्यामुद्दीन अंसारी, बलजीत कुमार, विजय कुमार आदि मौजूद थे।