उत्तर प्रदेश। बीजेपी के टिकट की दावेदारी को लेकर यूपी के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा घमासान वाली लखनऊ कैंट सीट पर आज उम्मीदवार की घोषणा हो गई. उम्मीदों और कयासों के विपरीत भाजपा ने यहां से न तो मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव को टिकट दिया और न ही सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी को।
लखनऊ कैंट सीट से यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक को उम्मीदवार बनाया गया है. इसके बाद अब चर्चा चल पड़ी है कि सपा यहां से रीता के बेटे को टिकट देकर भाजपा को झटका दे सकती है. भारतीय जनता पार्टी ने लंबी चर्चा के बाद लखनऊ की सभी नौ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की, जिस सूची में दोनों के नाम नहीं थे. कैंट के मौजूदा भाजपा विधायक सुरेश चंद्र तिवारी का भी पत्ता कट गया.
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की नई लिस्ट में 17 उम्मीदवारों के नाम हैं. इसमें सबसे ज्यादा चर्चा का विषय योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह और रीता के बेटे मयंक और अपर्णा यादव का नाम न होना रहा. बीजेपी ने महिला कल्याण राज्य मंत्री स्वाति सिंह का टिकट काट कर उनकी जगह सरोजनी नगर सीट से ईडी के पूर्व डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है.
राजेश्वर सिंह ने सोमवार को ही बीजेपी की सदस्यता ली थी. इसके अलावा लखनऊ की मलीहाबाद से मौजूदा विधायक जया देवी को टिकट दिया गया है. जया केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर की पत्नी हैं. लखनऊ उत्तर से नीरज बोरा और लखनऊ मध्य से रजनीश गुप्ता को टिकट दिया गया है, वहीं लखनऊ पूर्व से आशुतोष टंडन को उतारा गया है. बता दें कि लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों में से आठ पर भाजपा ने पिछले चुनाव में जीत दर्ज की थी. केवल मोहनलाल गंज सीट पर समाजवादी पार्टी के अम्बरीश पुष्कर जीत हासिल कर सके थे.