मराठी फिल्म में बच्चों को महिलाओं से संबंध बनाते दिखाया, निर्देशक महेश मांजरेकर के खिलाफ केस

देश मुंबई
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मुंबई। फिल्म मेकर महेश मांजरेकर की बोल्ड कंटेंट पर बेस्ड मराठी फिल्म ‘नय वरण भट लोंचा कोन कोंचा’ विवादों में घिर गई है। मामला बच्चों से बोल्ड सीन कराए जाने को लेकर गरमाया हुआ है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या ऐसे सीन करने वाले बच्चों के पेरेंट्स पर एक्शन नहीं होना चाहिए।

दरअसल, फिल्म में दो बच्चों को महिलाओं के साथ सेक्सुअल एक्ट में शामिल दिखाया गया है। ये फिल्म पिछले महीने रिलीज हुई थी। इसके प्रमोशन के लिए रिलीज ट्रेलर और टीजर ने ही हंगामा खड़ा कर दिया था। महाराष्ट्र की दो संस्थाओं ने जहां कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई, वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने फिल्म के कंटेंट को लेकर सख्त ऐतराज जताया।

दरअसल, 14 जनवरी को मांजरेकर की इस फिल्म का ट्रेलर और टीजर रिलीज किया गया। इसके कंटेंट को देखते हुए फिल्म को बैन करने और इसे बनाने वालों के खिलाफ दो संस्थाओं ने पहले मुंबई पुलिस से केस दर्ज करने की मांग की और जब FIR नहीं लिखी गई, तो उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

महेश मांजरेकर के खिलाफ बांद्रा कोर्ट में शिकायत क्षत्रिय मराठा सेवा संस्था ने बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में महेश मांजरेकर के खिलाफ मुकदमा किया गया है। इस मामले में मांजरेकर के अलावा फिल्म से जुड़े नरेंद्र, श्रेयंस हीरावत और एनएच स्टूडियोज को भी आरोपी बनाया गया है। POCSO (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस) कोर्ट में भी फिल्म निर्देशक और अन्य निर्माताओं के खिलाफ केस दर्ज करने की अर्जी दी गई है।

सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है। क्षत्रिय मराठा सेवा संस्था के वकील डीवी सरोज का कहना है कि फिल्म के कंटेंट से पूरे समाज में गलत मैसेज गया है, इसके चलते पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। हम चाहते हैं कि फिल्म को बैन किया जाए और इसे बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। 28 फरवरी को केस की सुनवाई है।