रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व विधायक अमित महतो ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सोशल मीडिया में पोस्ट कर उन्होंने इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा है कि झामुमो सरकार द्वारा अब तक खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति नहीं परिभाषित किये जाने पर एवं भाषाई अतिक्रमण पर विराम नहीं लगाने के कारण मैं आहूत हूं। अत: मैं झामुमो से इस्तीफा देता हूं।
जानकारी हो कि अमित महतो सिल्ली के पूर्व विधायक हैं। उन्होंने राज्य के कद्दावर नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुदेश महतो को हराया था। अमित कुमार ने अपने फेसबुक वॉल पर 20 जनवरी, 22 की देर रात एक पोस्ट डाला था। इसमें उन्होंने अपने ही सरकार को 1 महीने का अल्टीमेटम दिया था।
पूर्व विधायक ने लिखा था कि अगर 1 महीने के अंदर हेमंत सरकार पूर्ण विचार कर खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति नही बनाती है। बाह्य भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की सूची से नहीं हटाती है तो 20 फरवरी, 2022 को मैं JMM से इस्तीफा दे दूंगा।

एक और पोस्ट में पूर्व विधायक ने लिखा था कि मैट्रिक और इंटर पास की नीति से नहीं, बल्कि खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति से ही झारखंडी का हित निहित है। तभी झारखंड समृद्ध और खुशहाल बन पाएगा, वर्ना असंभव है।