रांची। रांची आईजी दफ्तर में पिछले दिनों सरेंडर करने वाले नक्सली सब जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक ने पुलिस को पूछताछ में कई राज उगले हैं। उसने अपने सहयोगियों एवं मददगारों के नाम बताए हैं। उसने अपनी चल एवं अचल संपत्ति चार एकड़ पुश्तैनी जमीन, दो कमरे का खपरैल घर, एक पक्का मकान, एक दो मंजिला मकान, एक हॉस्पिटल जीवन दीप (चौका में), एक इंडिगो कार होने की जानकारी दी है।
भाकपा माओवादी ने बुंडू, चांडिल सब जोन में जोनल कमांडर के पद के साथ ही जोनल प्रवक्ता (अशोक जी के नाम से) होने की बात बताई है। नक्सली सब जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक ने पुलिस को जानकारी दी है कि वर्ष 2008 में कांड्रा एवं वर्ष 2009 में चांडिल थाना से उसे जेल भेजा गया था।
उसने बताया कि दक्षिणी छोटानागपुर जोन के अंतर्गत बुंडू, चांडिल के जोनल कमांडर के रूप में उसका कार्यक्षेत्र रहा है। वर्तमान कार्यक्षेत्र के रूप में सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, रांची का क्षेत्र आदि रहा है। इसमें रांची का पूर्वी क्षेत्र, चौका थाना क्षेत्र, खरसावां थाना का उत्तरी भाग, तमाड़ एवं सोनाहातू से सटे ईचागढ़ थाना का पश्चिम भाग शामिल है।