अवनीश कुमार
कमालगंज (उत्तर प्रदेश)। जनम-जनम का साथ है, हमारा तुम्हारा। 100 दिन भी नहीं हुए जब कमालगंज के ग्राम शेखपुर में मुईद शाह के घर जब यह गीत बजा था। बीते वर्ष 27 अक्टूबर को हजारा को निकाह कर मुईद घर लाया था। दोनों ने सौ वर्षों तक साथ निभाने का वायदा किया था। हालांकि कुछ ऐसा हुआ कि सौ दिन भी नहीं कटे और वायदा टूट गया।
कानपुर की डबल कॉलोनी में रहने वाली हजारा का 27 अक्टूबर को कमालगंज के ग्राम शेखपुर निवासी मुईद शाह से निकाह हुआ था। दोपहर बाद घर में मौका देख कर हजारा ने दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगाने के लिए हजारा अपने कमरे के बड़े बक्से पर प्लास्टिक की बाल्टी रखकर खड़ी हो गई। छत की कुंडी में दुपट्टे से गले में फांसी का फंदा डाला और नीचे लटक गई।
ऊपर वाले कमरे में हजारा की ननद और सास जरदोजी का काम कर रही थी। जब वह नीचे उतरकर आयी, तब हजारा के शव को फांसी पर लटका देख कर चीखने लगी। सूचना मिलने पर मुईद शाह घर पहुंचा। सीओ अजेय कुमार एवं थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर भी जानकारी मिलने पर वहां पहुंचे। मामले की जांच पड़ताल की।
पुलिस ने मृतका के परिजनों को फोन पर घटना की जानकारी दे दी। पुलिस परिजनों के आने का इंतजार कर रही है। मुईद शाह ने बताया कि गुरुवार सुबह हम लोगों ने चाय पी और मैं काम से चला गया था। उसने पत्नी द्वारा आत्महत्या करने का कारण नहीं बताया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।