नई दिल्ली। श्रीलंकाई क्रिकेट में अंदर ही अंदर हलतल तल रही है। हाल ही में भानुका राजपक्षे ने महज 30 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके अलावा ओपनर दनुष्का गुणातिलक ने भी टेस्ट क्रिकेट छोड़ने की घोषणा की थी। इन खिलाड़ियों के संन्यास लेने के बाद श्रीलंका क्रिकेट (SLC) सकते में आ गई है। अब श्रीलंका क्रिकेट ने उन क्रिकेटरों से संबंधित तीन कठोर फैसले लिए हैं, जो संन्यास ले चुके हैं या भविष्य में संन्यास लेने का इरादा रखते हैं। यह निर्णय तुरंत प्रभाव से लागू होंगे।
*एसएलसी की ओर से लिए गए तीन निर्णय इस प्रकार हैं*
1. राष्ट्रीय खिलाड़ी जो इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का इरादा रखते हैं, उन्हें संन्यास लेने से तीन महीने पहले श्रीलंका क्रिकेट को नोटिस देना होगा।
2. रिटायरमेंट के बाद खिलाड़ियों को विदेशी फ्रेंचाइजी लीग में खेलने के लिए ‘अनापत्ति प्रमाण पत्र’ (एनओसी) प्राप्त तभी जारी किए जाएंगे, जब उन्होंने सेवानिवृत्ति की प्रभावी तिथि के बाद छह महीने पूरे कर लिए हों।
3. सेवानिवृत्त राष्ट्रीय खिलाड़ियों को स्थानीय लीग जैसे एलपीएल के लिए योग्य माना जाएगा। अगर उन्होंने लीग के आयोजन से पहले घरेलू सीजन में 80% मैच खेले हों।