रांची। विपक्ष के भारी हंगामे के बीच झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सोमवार को सदन से 2926 करोड़ रुपये का द्वितीय अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित हो गया। विपक्ष ने सदन का बहिष्कार किया।
अनुपूरक बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि हेमंत सरकार फिजूलखर्ची पर विश्वास नहीं करती। जबकि पिछली सरकार में बजट की अधिकांश राशि फिजूलखर्ची पर खर्च होती थी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने फिजूलखर्ची पर रोक लगाया। कहा कि हमारी सरकार का मानना है कि वैसी योजनाओं पर ज्यादा राशि खर्च करें, जिससे जनता को हर पैसे से लाभ मिले। वित्त मंत्री ने कहा कि दिसंबर महीने तक बजट की 46 प्रतिशत राशि खर्च हो चुकी है। भाजपा के विधायक 25 प्रतिशत खर्च होने की बात कर रहे हैं, जो गलत है।
उन्होंने कहा कि अनुपूरक में सबसे ज्यादा ऊर्जा विभाग के लिए राशि का प्रावधान किया गया है। इसमें ग्रामीण विद्युतीकरण सहित कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के लिए राशि का प्रावधान है, जिसमें 15वें वित्त आयोग से प्राप्त 488 करोड़ रुपये भी अनुपूरक बजट में समाहित हैं।
कहा कि राशन बांटने में भी राशि खर्च की। हमारी सरकार ने ग्रीन कार्ड वाले को भी मुफ्त में राशन दिया। गरीबों को लुंगी धोती साड़ी योजना का लाभ दिया। 13 लाख लोगों को पेंशन योजना का लाभ मिलने जा रहा है।