- पीड़ित महिलायें शिकायत करने तहसील पहुंची
अवनीश कुमार
फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)। गरीबों के हक पर राशन कोटेदार डाल रहे हैं। गरीब उपभोक्ताओं को निर्धारित मात्रा से कम राशन देकर उनका अंगूठा बायोमेट्रिक मशीन पर लगवा रहे हैं। कम राशन देने की आवाज उठाने वाले उपभोक्ताओं की कोई सुनने वाला नहीं है। इसका ताजा उदाहरण आज एक बार फिर सामने आया।
जानकारी के मुताबिक फर्रुखाबाद जनपद के कायमगंज तहसील मुख्यालय से बमुश्किल 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव मुडौल में कोटेदार मनोज गरीब उपभोक्ताओं के हकों पर खुला डाका डाल रहे हैं। पीड़ित महिलायें दिव्यावती, तारावती फूलमती, गंगा देवी शिकायत करने तहसील पहुंची।
महिलाओं ने बताया कि बे बहुत गरीब हैं। इसलिए शासन ने उन्हें अंत्योदय कार्ड उपलब्ध कराया है। अंत्योदय कार्डधारक होने के बावजूद भी हम लोगों को राशन डीलर मनोज 35 किलो के स्थान पर 5 या 10 किलोग्राम राशन ही दे रहे हैं। महिलाओं ने नमक और रिफाइंड का पैकेट देने की बात स्वीकारा। उन्होंने कहा कि उपलब्ध कराया जाने वाला चना कोटेदार अपनी मर्जी से बांटता है। बहुत से लोगों को नहीं दे रहा है।
महिलाओं का कहना था कि कोटेदार ने कहा है कि यह राशन फ्री में मिल रहा है। इसलिए 5 किलो या 10 किलो ही मिलेगा। पूरा राशन लेने पर की कीमत चुकानी पड़ेगी। इस संबंध में पूर्ति निरीक्षक से जानकारी करने के लिए फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। हालांकि उनका मोबाइल स्विच ऑफ ही बताता रहा।