महापुरुषों का आदर एवं सम्मान से ही प्रगति होगी : डॉ ओंकार नाथ सिंह

झारखंड
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  • बीएयू में डॉ अम्बेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण का आयोजन

रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय मुख्यालय के प्रबंध पर्षद कक्ष में सोमवार को भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस पर एक समारोह का आयोजन किया गया। कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर समारोह की शुरुआत की। उन्होंने संबोधन में कहा कि भारत देश डॉ अम्बेडकर के योगदान का सदा ऋणी रहेगा। देश को दिशा दिखाने और दशा के सुधार के साथ सामाजिक मूल्यों की रक्षा में बाबा साहब की अग्रिम भूमिका रही है।

कुलपति ने कहा कि समाज, समुदाय, संस्था, देश एवं राज्य के विकास एवं प्रगति में महापुरुषों का सम्मान एवं आदर जरूरी है। यह विशाल व्यक्तित्व के स्वामी एवं महापुरुष डॉ भीम राव अम्बेडकर के बताये मार्गो पर अनुसरण का संकल्प लेने का दिवस है। विश्वविद्यालय परिवार द्वारा भारतीय संविधान का अनुपालन करते हुए विवि हितों की रक्षा एवं प्रगति में सहयोग का संकल्प ही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

शोध निदेशक डॉ अब्दुल वदूद ने कहा कि डॉ अम्बेडकर की देन भारतीय संविधान अद्वितीय एवं बेमिसाल है। यह हमारे देश का आईना है, जिसमें देश के हर पहलुओं को समाहित किया गया है। उन्होंने संविधान द्वारा नागरिकों को अधिकार दिया और कर्त्तव्यपालन बताया।

डॉ एमके गुप्ता ने डॉ अम्बेडकर के विचार के अनुरूप समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता एवं सामाजिक समरसता बनाये रखने की बात कही। डॉ जगरनाथ उरांव ने देश एवं राज्य की प्रगति में डॉ अम्बेडकर द्वारा प्रजवल्लित रोशनी को समाज में आगे बढ़ाने की बात कही। डॉ डीके शाही ने महापरिनिर्वाण के महत्‍व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महात्मा बुद्ध के बाद डॉ अम्बेडकर दूसरे व्यक्ति है, जिनका पूरे विश्व में महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है।

स्वागत करते हुए आयोजक डॉ सोहन राम ने डॉ अम्बेडकर को देश का महान समाज सुधारक बताया, जिन्होंने अपनी अंतिम सांस तक देश में व्याप्त सामाजिक कुरीति‍ एवं वैमनस्‍यता को मिटाने का प्रयास और सामाजिक समरसता कायम रखने की कोशिश की। भारतीय महिलाओं की दशा में सुधार में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा है।

समारोह में डॉ एमएस मल्लिक एवं डॉ आरपी सिंह ने भी अपने विचार रखे। संचालन डॉ बसंत उरांव और धन्यवाद डॉ पंकज सेठ ने किया। मौके पर डॉ एस कर्मकार, डॉ नीरज कुमार, डॉ सूर्य प्रकाश सहित अनेकों वैज्ञानिक एवं कर्मचारियों ने डॉ अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।