उत्तरप्रदेश। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के एक किसान के खाते में सिर्फ 1983 रुपये थे। लेकिन अचानक गलती से किसान का डेबिट कार्ड बैंक के सर्वर से लिंक हो गया, जिसके बाद दंपति के अकाउंट में अचानक से करोड़ो रुपये आ गए थे। जैसे ही किसान और उसकी पत्नी ने आनन-फानन में खाते में आए रुपयों से शाहखर्ची करना शुरू कर दिया। उन्होंने गाड़ी खरीदने के साथ ही लाखों रुपये के गहने बनवा डाले। जब बैंक को गलती का पता चला तो किसान के अकाउंट में जमा 41 लाख रुपये फ्रिज कर दिए गए।
साथ ही बंथरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। इस आधार पर पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से सात लाख रुपये बरामद किए हैं। असल में, उन्नाव कंचनपुर के रहने वाले करण शर्मा का अकाउंट सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में है। उसका डेबिट कार्ड बैंक के सर्वर से लिंक हो गया।
अकाउंट में पैसे आने का पता लगते ही करण ने लगातार खरीदारी करने लगा। तब पति को अचानक से नया सामान लाते देख पत्नी ने पूछताछ की, तब करण ने खाते में लाखों रुपये आने की बात कही। इतना सुनते ही पत्नी ने गाड़ी और जेवर खरीदने की मांग कर डाली। पत्नी की ख्वाहिशें पूरे करने के लिए उसने भी बैंक अकाउंट में गलती से आए रुपये खर्च करना शुरू कर दिया था।
दोनों ने डेबिट कार्ड के जरिए बैंक के 76 लाख 20 हजार रुपये की खरीदारी की थी। आरोपियों ने बैंक से निकाले गये रुपये में से 15.71 लाख रुपये की कार, 18.50 लाख रुपये जेवरात, पांच लाख रुपये के मोबाइल फोन के साथ ही दो लाख रुपये निकाले थे। बैंक को पता चलते ही अकाउंट फ्रिज कर दिया। बंथरा थाने में मुकदमा दर्ज करवाने के बाद पुलिस ने कटिबगिया के पास से करण और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया।