अमेरिका। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अपने मून मिशन के लिए जिन 10 ट्रेनी अंतरिक्ष यात्रियों को चुना है, उसमें भारतीय मूल के अनिल मेनन भी एक हैं।
चांद पर जाने से पहले इन्हें 2 साल की ट्रेनिंग से गुजरना होगा। 45 साल के अनिल अमेरिकी एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। उन्होंने स्पेसएक्स में बतौर फ्लाइट सर्जन भी काम किया है। नासा 50 साल बाद 2025 तक चांद पर इंसान भेजने के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है।
अब तक भारत के 4 लोग अंतरिक्ष में जा चुके हैं। देश के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा थे। कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स और राजा चारी अंतरिक्ष में जा चुके हैं।
*कौन हैं अनिल*
अनिल मेनन के माता-पिता भारतीय और यूक्रेनियन थे। वे अमेरिका के मिनेसोटा में पले-बढ़े हैं। अनिल ने 2004 में कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की हुई है।