तेलंगाना। आम तौर पर मृत्यु के बाद हम अपने रिश्तेदार और परिचितों को सम्मानजनक विदाई देते हैं। कई बार बाजों के साथ अंतिम यात्रा निकालते हैं। पूरे विधिविधान से उनका अंतिम संस्कार करते हैं। उनकी आत्मा की शांति के लिए दानपुण्य तक करते हैं।
जानवरों के साथ ऐसा नहीं होता है। उसकी मौत होने पर कई बार उन्हें इधर-उधर फेंक दिया जाता है। पालतू जानवरों को भी कहीं भी दफना दिया जाता है। इसे लेकर पड़ोसियों के साथ नोंकझोंक भी होती है। इस दौरान मृत पशुओं को सम्मान तक नहीं मिलता है।
मृत पशुओं को सम्मानजनक विदाई दिलाने के लिए हैदराबाद में एक NGO ने पहल की है। वह मृत जनवरों के लिए जल्द एक श्मशान घाट शुरू करने जा रहा है। इसमें सरकार का भी सहयोग मिल रहा है।
NGO की रेस्क्यू डायरेक्टर ने बताया ने बताया कि हम इंसीनरेटर खरीदने की कोशिश में हैं। जैसे ही वह आ जाएगा, हम मृत पशुओं को सम्मान जनक विदाई दे सकेंगे। हमें श्मशान घाट को लेकर सारी अनुमति मिल गईं हैं।