नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद किसान उत्साहित दिख रहे हैं। सरकार को उम्मीद थी कि किसान विवादित कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद घर लौट जाएंगे, लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा।
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों की संख्या और बढ़ती ही जा रही है। पंजाब और हरियाणा के किसान भारी संख्या में रेल और सड़क मार्ग से सिंघु और टिकरी सीमा की ओर बढ़ रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री मोदी को एक खुला पत्र लिखा है जिसमें सरकार के साथ छह बकाया मांगों पर बातचीत दोबारा शुरू करने की मांग की गई है।