रांची। झारखंड राज्य किसान काउंसिल की बैठक सुफल महतो की अध्यक्षता में माकपा राज्य कार्यालय में 14 नवंबर को हुई। इसमें झारखंड प्रभारी सह अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं केरल के पूर्व विधायक कृष्ण प्रसाद भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन के एक साल 26 नवंबर को पूरा हो रहा है। इस अवसर पर झारखंड सहित देश के सभी राज्यों की राजधानी में संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में किसान मार्च और रैली आयोजित की जा रही है।
झारखंड के किसानों के धान का समर्थन मूल्य 19.68 रुपये की दर से हर पंचायत में क्रय केंद्र खोल कर धान क्रय की गारंटी करने, कर्ज माफी, विस्थापन, वन अधिकार, प्रवासी मजदूरों को झारखंड में काम की गारंटी, जल, जंगल जमीन की रक्षा, पंचायत चुनाव मुद्दों पर आंदोलन तेज किया जाएगा। कृषि कानून की वापसी तक आंदोलन जारी रहेगा।
झारखंड में धान प्रमुख फसल है। 19.68 रुपये के बजाय 11 रुपये किलो की दर से खरीदा जाता है। 9 रुपये की चोरी होती है। किसान महाजनों के क्रय पर निर्भर है। 5,324 करोड़ रुपये का किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है।
शहीद बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को राज्यभर में मनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में सुरजीत सिन्हा, सुफल महतो, प्रफुल्ल लिंडा, बिरेंद्र कुमार, सपन महतो, लोटन दास, श्यामसुंदर महतो, रामधन मछुवा, असीम सरकार, शंकर उरांव, मधुवा कच्छप, चारो भगत आदि उपस्थित थे।